National Cancer Awareness Day: छत्‍तीसगढ़ में लगातार बढ़ रहे कैंसर के मरीज, समय पर संभलें तो जीवन होगा आसान

रायपुर । कैंसर की बीमारी को लेकर जागरूकता के लिए सात नवंबर को हर वर्ष राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है। ऐसे में कैंसर बीमारी को लेकर प्रदेश की स्थिति को समझना भी जरूरी है, ताकि हम जागरूक हों। चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक करीब तीन करोड़ आबादी वाले छत्तीसगढ़ में 70 हजार से अधिक कैंसर रोगी हैं।

प्रति वर्ष इसमें 15 से 16 हजार तक होता है यानी हर साल अस्पतालों में इतने नए मरीजों की पहचान होती है। सर्वाधिक कैंसर मरीजों का इलाज डा. भीमराव आंबेडकर अस्पताल की कैंसर यूनिट में किया जाता है। यहां पर हर दिन 500 से अधिक की ओपीडी है। वहीं बड़ों के साथ ही बच्चों के कैंसर इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है।

जहां कैंसर पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए 22 बिस्तर हैं। हर दिन 15 से अधिक कैंसर रोगी बच्चों का इलाज होता है। कैंसर रोग विशेषज्ञ डा. राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि कैंसर रोग को समय पर पहचान कर उसका इलाज शुरू हो जाए तो जिंदगी आसान हो जाती है।

पुरुर्षों में गाल व गला, महिलाओं में स्तन कैंसर अधिक

चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि प्रदेश में जहां पुर्स्षों में तंबाकू की वजह से गाल और गले के कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं महिलाओं में स्तन और बच्चेदानी में कैंसर की शिकायतें सबसे अधिक हैं। इसके अलावा ब्रेन, फेरिंग्स, थायराइड, आमाशय, गुदाद्वार, यकृत, श्वांस नलिका, अग्नाशय, आंत समेत शरीर के विभिन्ना अंगों में कैंसर की शिकायतें बढ़ रही हैं।

इसलिए मनाया जाता है कैंसर जागरूकता दिवस

देश में प्रत्येक सात नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है। पहली बार केंद्र सरकार ने इसकी घोषणा सितंबर, 2014 में की थी। इसका उद्देश्य लोगों में जानलेवा बीमारी को लेकर जागरूकता लाना है, जिससे यदि किसी को कैंसर होता भी है तो समय पर उसकी स्क्रीनिंग कर बेहतर उपचार से जिंदगी बचाई जा सके। वहीं कैंसर की रोकथाम के लिए जीवनशैली में बदलाव किया जा सके।

कैंसर के लक्षण

चिकित्सकों के मुताबिक अधिक थकान, वजन का घटना, कमजोरी, शरीर में गांठ बनना, कफ और सीने में दर्द, कूल्हे या पेट में दर्द, मूत्राशय या पेशाब से जुड़ी दिक्कतें, पीरियड्स में तकलीफ, आंतों से जुड़ी दिक्कत बनी रहना आदि कैंसर रोग के लक्षण हैं। इसलिए साल में कम से कम स्वास्थ्य जांच जरूरी है।

छत्तीसगढ़ में कैंसर से मौत

वर्ष – मौत

2014 – 14,472

2015 – 15,231

2016 – 16030

2017 – 16,868

2018 – 17,751

2019 – 18,100

2020 – 15,000

आंबेडकर अस्पताल में कैंसर के इलाज की व्यवस्था

100 बिस्तरों का है विश्वस्तरीय सुविधाओं का कैंसर विभाग22 बिस्तरों का बच्चों के कैंसर के लिए स्पेशल वार्ड500 से अधिक मरीज पहुंचते हैं कैंसर की ओपीडी में

आंबेडकर अस्पताल में भर्ती कैंसर मरीज और मौत

वर्ष – भर्ती – मौत

2016 – 2326 – 417

2017 – 2778 – 426

2018 – 4258 – 538

2019 – 6140 -639

2020 – 3732 – 430

समय पर इलाज, कम इलाज में पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं

कैंसर बीमारी को लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है। ओपीडी में बहुत से ऐसे मरीज हैं, जो देर से अस्पताल तक पहुंचते हैं। तब तक कैंसर बीमारी काफी फैल चुकी होती है। समय पर इलाज मिल जाए तो कम इलाज में पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं। अस्पताल में कैंसर बीमारी के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध है। इसका लाभ राज्य के साथ ही अन्य प्रदेशों के लोगों को भी मिल रहा। -डा. प्रदीप चंद्राकर, कैंसर रोग विशेषज्ञ, आंबेडकर अस्पताल