दिवाली की रात हुई जमकर आतिशबाजी के बाद यहां का प्रदूषण स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है.
दिल्ली 06 नवंबर (वेदांत समाचार) | देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) समेत पूरे देशभर में धूमधाम से दिवाली (Diwali) का त्योहार मनाया गया. इस दौरान बैन के बावजूद राजधानी समेत सभी शहरों में खूब पटाखों की आतिशबाजी (Crackers)की गई. पूजा करने के बाद लोग सड़कों पर या फिर अपनी छतों पर पटाखे चलाते हुए नजर आए. वहीं, देर रात तक कई शहर पटाखों की आवाज से गूंज रहे थे. लेकिन दिवाली की रात को जिस तरीके से दिल्ली की आबोहवा में आतिशबाजी ने प्रदूषण फैलाया. उसे देखकर कहा जा सकता है कि राजधानी में खुलेआम नहीं पर गुपचुप तरीके से जम कर पटाखों की बिक्री हुई.कई इलाकों में AQI 600 के आंकड़ो को पार कर गया है.
दरअसल, राजधानी में 1 जनवरी 2022 तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद साउथ दिल्ली के लाजपत नगर, उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी, पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार और पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में शाम 7 बजे से पटाखे जलाए जाने के मामले सामने आए. वहीं, गुरुग्राम और फरीदाबाद में उच्च-तीव्रता के पटाखे जलाए गए. हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली से सटे क्षेत्रों समेत 14 जिलों में पटाखे की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया था.
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