अगले 2 दिन घाटी में बारिश और हल्की बर्फबारी की संभावना,

03 नवंबर (वेदांत समाचार) जम्मू-कश्मीर के अधिकतर इलाकों में 4 और 5 नवंबर को रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश और ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना है. मौसम विभाग के श्रीनगर केंद्र ने कहा है कि कम तापमान और हल्की बर्फबारी के कारण जोनिला, मुगल रोड, बनिहाल-रामबन रोड, सिंथन टॉप जगहों पर यातायात में अस्थायी रूप से दिक्कतें आ सकती हैं. विभाग ने यह भी कहा है कि 10 नवंबर तक बड़े स्तर पर बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है.

कश्मीर घाटी में पिछले कुछ दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. पहलगाम इलाके में तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस भी दर्ज किया गया है. घाटी में बर्फबारी के कारण अक्सर सड़कों पर गाड़ियों के फंसने की रिपोर्ट सामने आती हैं. बर्फबारी शुरू होने के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या भी बढ़ने लगी है. गुलमर्ग में भी तापमान लगातार शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है.

इससे पहले सोमवार को मौसम विज्ञानी मोहम्मद हुसैन मीर ने बताया था कि दो हल्के पश्चिमी विक्षोभ और भूमध्यसागर से हवाएं 2 से 5 नवंबर के दौरान इस क्षेत्र में आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा था, “हालांकि उनका प्रभाव ज्यादा नहीं होगा. 2 से 5 नवंबर के दौरान कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश की संभावना है. हालांकि अधिकतर इलाकों में आसमान में बादल छाए रहेंगे.” उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बारिश और बर्फबारी से दिन का तापमान भी काफी नीचे जा सकता है.

दिल्ली में अगले  दो से तीन दिनों में गिरेगा पारा

वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 15.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है. मौसम विभाग ने बताया कि अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है. अगले दो से तीन दिनों में पारा कुछ डिग्री तक गिर सकता है और हवा की दिशा उत्तर पश्चिम की ओर बदल सकती है. उत्तर पश्चिमी हवाएं ठंडी होती हैं और ये हिमालयी क्षेत्र से मैदानी इलाकों की दिशा में बढ़ती हैं. 5 नवंबर को न्यूनतम तापमान के कम होकर 14 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है.

आईएमडी ने मंगलवार को कहा कि नवंबर में दक्षिण भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है. इस दौरान लंबी अवधि के औसत से 122 प्रतिशत से ज्यादा बारिश हो सकती है. IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि दक्षिण भारत, विशेषकर केरल में 11 नवंबर तक बारिश जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि देश में इस साल सितंबर और अक्टूबर के दौरान अत्यंत भारी वर्षा की 125 घटनाएं दर्ज की गईं, जो 5 सालों में सबसे अधिक है. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की देर से वापसी और सामान्य से अधिक निम्न दबाव प्रणाली इसके प्रमुख कारण है.