इंटरनेशनल क्लाइमेट चेंज की एक और पहल से जुड़ी भूमि पेडनेकर, बोलीं-क्लाइमेट एक्शन कलेक्टिव एक्शन है

भूमि पेडनेकर सामाजिक रूप से जागरूक नागरिक रही हैं। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण व जलवायु परिवर्तन को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए पैन इंडिया एडवोकेसी कैंपेन-क्लाइमेट वॉरियर शुरू किया है। वो देश में तेजी से बदलती जलवायु परिस्थितियों के संबंध में आवाज उठाने के लिए अपने बेहद इंगेज्ड सोशल मीडिया का उपयोग करती हैं। अब भूमि को जलवायु परिवर्तन पर एक अंतरराष्ट्रीय पहल के लिए अपने साथ जोड़ा गया है, जिसका उद्देश्य कलेक्टिव क्लाइमेट एक्शन को लीड करने के लिए भारत के युवाओं को आंदोलन का सार्वजनिक चेहरा बनाने हेतु एकजुट करना है।

हम मानव-प्रेरित क्लाइमेट चेंज को सीमित कर सकते हैं:भूमि
​​​परपज कैंपेन ने भूमि को साइन किया है, जो भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका में क्लाइमेट एक्शन कैंपेन्स को लीड करने के लिए वैश्विक स्तर पर संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर काम कर रहा है। भूमि कहती हैं, “पिछले दो वर्षों के दौरान, हमने जलवायु से जुड़ी हुई कुछ संकटपूर्ण स्थितियों जैसे- एक्सट्रीम वेदर की घटनाओं से लेकर जंगल की आग और संकटग्रस्त मरीन सिस्टम्स तक का सामना किया है। लेकिन ये सुर्खियां कहानी का सिर्फ एक पहलू ही बयां करती हैं। जिस तथ्य को भूला दिया गया है, वह यह है कि हम अब मानव-प्रेरित क्लाइमेट चेंज को सीमित कर सकते हैं। ”

क्लाइमेट एक्शन कलेक्टिव एक्शन है
भूमि पेडनेकर युवाओं को इस महत्वपूर्ण कैंपेन में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रही हैं और कहती हैं, “आईपीसीसी की लेटेस्ट रिपोर्ट इस बात की पुष्टि करती है। लेकिन ऐसा करने के लिए हमें तत्काल एक्ट करने की जरूरत है। क्लाइमेट एक्शन कलेक्टिव एक्शन है। राष्ट्रों और व्यक्तियों के एक साथ आने के बिना, हम जरूरी बड़े बदलाव नहीं कर सकते। भारत भर के युवा पहले से ही हमें आगे का रास्ता दिखा रहे हैं। आइए जलवायु के भविष्य के एक्शंस को निर्धारित करने के लिए हाथ मिलाएं। आइए हेडलाइंस को बदलें। भारत में कलेक्टिव क्लाइमेट एक्शन को सपोर्ट करने के लिए आंदोलन में शामिल हों।”

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