रायपुर 02 नवंबर (वेदांत समाचार)। डा. भीमराव आंबेडकर मेमोरियल अस्पताल का एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट अपनी चौथी वर्षगांठ मना रहा है। 2017 में शुरू विभाग इतने कम समय में हजारों हृदय रोगियों को जीवन देकर भरोसा बनाने में कामयाब रहा। यही कारण है कि राज्य के 80 फीसद हृदय रोगी इलाज के लिए यहीं आते हैं। गरीबों को शासकीय योजनाओं के तहत निश्शुल्क सेवाएं देने वाला यह विभाग हर वर्ग को बेहतर सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
एसीआइ में सर्जरी विभाग के एचओडी डा. केके साहू, कार्डियक सर्जन डा. निशांत चंदेल ने बताया कि एसीआइ में हृदय रोग के कई आपरेशन ऐसे हुए, जो राज्य में अपनी तरह के पहले केस थे। वहीं देश में भी चुनिंदा ही हुए। इसमें हृदय के पीछे ट्यूमर, ट्रामेटिक काइलोथोरेक्स, छाती के अंदर टूटे हुए थोरेसिक डक्ट जैसे जटिल हृदय रोग के इलाज से मरीजों को जीवन मिला। इंफेंटियर पेना केना कैंसर की सर्जरी राज्य में पहली और देश में 13वां केस था, जिसका सफल इलाज किया गया। कार्डियोलाजी विभागाध्यक्ष डा. स्मित श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक 8,500 से अधिक कार्डियक सर्जिकल प्रोसेस कर मरीजों की जान बचाई गई है। यहां हृदय रोग के औसत 150 मरीज हर रोज आ रहे हैं। हालांकि कम संसाधनों की वजह से ओपन हार्ट सर्जरियों में समस्याएं भी आ रही हंै।
एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट में सुविधा व इलाज पर एक नजर
44 कुल बिस्तरों की संख्या
22 आइसीयू बिस्तर के
15 बिस्तरों का सामान्य वार्ड की सुविधा जल्द
150 से अधिक की ओपीडी हर रोज
कार्डियक सर्जरी विभाग में वर्षवार बड़ी सर्जरी
वर्ष – सर्जरी
2017-19 – 637
2020 – 133
2021 अब तक – 55
नोट : अक्टूबर 2021 तक 900 से अधिक सर्जरी
कार्डियक सर्जरी इनकी हुई जटिल सर्जरी
छाती व फेफड़े – 360
हृदय व फेफड़े के खून की नसों के -495
हृदय के आपरेशन – 45
ओपन हार्ट सर्जरी – 25
कार्डियोलाजी में सर्जिकल प्रोसेस
वर्ष – सर्जरी
2017 -1305
2018 – 1477
2019 – 1238
2020 – 705
2021 अब तक – 7755
रेफलर केस के आते हैं मरीज
एसीआइ में हृदय के अलावा पेट, छाती व खून की नसों की सर्जरी नई तकनीक से शासकीय योजनाओं के तहत निश्शुल्क की जा रही है। बेहतर इलाज ने एसीआइ को राज्य ही नहीं, पूरे देश में हृदय रोग के लिए सबसे भरोसेमंद बना दिया है। यहां पर प्राइवेट अस्पतालों के अलावा व बड़े शासकीय अस्पतालों रेफरल केस के साथ अन्य राज्यों से मरीज आ रहे हैं।
-डा. केके साहू, एचओडी (हार्ट एवं वैस्कूलर सर्जरी), आंबेडकर अस्पताल
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