02 नवंबर (वेदांत समाचार) कोरोना वायरस (Coronavirus) से वैश्विक मौत के आंकड़े सोमवार को 5 मिलियन से ऊपर पहुंच गए हैं. दो साल से भी कम समय में इस महामरी ने न केवल गरीब देशों को तबाह कर दिया, बल्कि समृद्ध राष्ट्रों में भी तबाही मचाई है, जहां स्वास्थ्य देखभाल की उत्तम व्यवस्था है. संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और ब्राजील सभी उच्च-मध्यम- या उच्च-आय वाले देश दुनिया की आबादी का आठवां हिस्सा हैं, लेकिन सभी मौतों का लगभग आधा हिस्सा हैं.
अकेले अमेरिका में 7,40,000 से अधिक लोगों ने जान गंवाई है, जो किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार मरने वालों की संख्या, लॉस एंजिल्स और सैन फ्रांसिस्को की संयुक्त आबादी के बराबर है. पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ओस्लो के अनुमानों के मुताबिक यह 1950 के बाद से राष्ट्रों के बीच लड़ाई में मारे गए लोगों की संख्या को टक्कर देता है.
विश्व स्तर पर, कोरोना अब हृदय रोग और स्ट्रोक के बाद मृत्यु का तीसरा प्रमुख कारण है. वहीं, रूस के नोवगोरोड क्षेत्र के अधिकारियों ने सोमवार को अधिकांश निवासियों को 8 नवंबर से शुरू होने वाले एक और सप्ताह के लिए काम से दूर रहने का आदेश दिया क्योंकि संक्रमण और मौतें सर्वकालिक उच्च स्तर पर रहीं. नोवगोरोड क्षेत्र 30 अक्टूबर और 7 नवंबर के बीच राष्ट्रव्यापी गैर-कार्य अवधि का विस्तार करने वाला पहला था जिसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आदेश दिया था.
रूस में लगातार तीसरे दिन 40 हजार से ज्यादा मामले
रूस के राज्य कोरोनावायरस टास्क फोर्स ने सोमवार को लगातार तीसरे दिन 40,000 से अधिक नए मामले और लगातार सातवें दिन 1,100 से अधिक मौतों की सूचना दी. महामारी की शुरुआत के बाद से यह सबसे ज्यादा संख्या है. पुतिन ने कहा है कि जिन क्षेत्रों में स्थिति सबसे विकट है वहां की सरकारें गैर-कार्य दिवस पहले शुरू कर सकती हैं और अगर आवश्यक हो तो उन्हें बढ़ा सकती हैं.
न्यूयॉर्क शहर के मेयर बिल डी ब्लासियो ने बताया कि लगभग 9,000 नगरपालिका कर्मचारियों को एक वैक्सीन जनादेश का पालन करने से इनकार करने के लिए अवैतनिक अवकाश पर रखा गया था, जो सोमवार को प्रभावी हुआ.
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