श्रीराम वनवास स्थल ने छत्‍तीसगढ़ को दिलाई देश भर में पहचान…

रायपुर 1 नवम्बर ( वेदांत समाचार )। साल 2021 में युवा हो चुके छत्तीसगढ़ ने अनेक धार्मिक केंद्रों के माध्यम से देश भर का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इसमें सबसे खास आकर्षण इसी साल अगस्त में चंदखुरी के माता कौशल्या मंदिर का रहा। पांच तालाबों के बीच स्थित प्राचीन मंदिर का नवीनीकरण और 51 फीट ऊंची भगवान श्रीराम की प्रतिमा श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है। इस मंदिर तक जाने के लिए शानदार सड़क, मार्ग के दोनों ओर सैकड़ों वृक्ष पथिकों, पर्यटकों को सुकून पहुंचा रहे हैं।भगवान श्रीराम की माता का मायका कहा जाने वाला छत्तीसगढ़ का यह मंदिर धर्म में आस्था रखने वालों के लिए प्राथमिकता सूची में शामिल होगा। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या जाने की चाहत रखने वाले श्रद्धालु भगवान के ननिहाल में उनकी माता के मंदिर भी अवश्य आना चाहेंगे।

बूढ़ातालाब को मिली खास पहचान

इसी साल ऐतिहासिक बूढ़ा तालाब को भी पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। तालाब के बीच जाकर मनोरम नजारा देखने के लिए बोट, क्रूज शुरू होने से राजधानीवासियों को अब बड़ी झील, नदियों में भ्रमण करने का अहसास होने लगा है। प्रतिदिन सैकड़ों परिवार पिकनिक का आनंद लेने शहर के बीच बूढ़ा तालाब पहुंचने लगे हैं।

मरीन ड्राइव तालाब पर्यटन केंद्र

कुछ ही साल पहले तेलीबांधा तालाब को विकसित किया गया था, जो अब मरीन ड्राइव के नाम से प्रसिद्ध हो चुका है। यहां भव्य चौपाटी बनाई गई है। रोजाना सैकड़ों परिवार इस तालाब का शानदार नजारा देखने आते हैं। शाम से रात 10 बजे तक गुलजार रहने वाला तेलीबांधा तालाब भी शहर की शान बन चुका है। इसके अलावा कटोरा तालाब भी पर्यटन के रूप में विकसित हो चुका है।

विकसित हो रही फिल्म सिटी

राज्य के 21वें स्थापना वर्ष में कला प्रेमियों, कलाकारों, फिल्म निर्माताओं को सुविधा देने नवा रायपुर में फिल्म सिटी बनाए जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। नई फिल्म नीति के तहत छत्तीसगढ़ में शूटिंग करने वालों को अनुदान के रूप में 25 लाख और राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म को एक से पांच करोड़ तक देने की भी योजना घोषित की जा चुकी है। आने वाले सालों में निश्चित ही छालीवुड फिल्म उद्योग ऊंचाइयों को छुएगा।