विधायक इस बार एक करोड़ 9 लाख के कार्य करा सकेंगे, प्रभारी मंत्री 36 लाख के कार्यों की अनुशंसा कर सकेंगे

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना के तहत विधायकों को हर साल 2 करोड़ की राशि विकास कार्य कराने के लिए मिलती है। इसमें डेढ़ करोड़ विधायक तो 50 लाख रुपए के विकास कार्यों की अनुशंसा प्रभारी मंत्री करते हैं, लेकिन इस बार एक करोड़ 45 लाख रुपए ही जारी हुई है। 55 लाख रुपए की कटौती की गई है। जारी राशि में से एक करोड़ 9 लाख रुपए के कार्यों की अनुशंसा विधायक तो 36 लाख रुपए के कार्यों की अनुशंसा प्रभारी मंत्री कर सकेंगे।

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना को लोग स्थानीय स्तर पर विधायक निधि कहते हैं। विधायकों को यह राशि अपने क्षेत्र में कराने का पूरा अधिकार रहता है। गांव स्तर पर छोटी-छोटी मांगों को लेकर वे घोषणा भी करते हैं। विधायकों की इससे क्षेत्र में पैठ भी बनी रहती है, लेकिन इस साल वित्तीय वर्ष के शुरुआत में ही कोरोना संक्रमण फैलने के कारण लॉकडाउन लग गया।

इसके बाद राज्य शासन से विकास योजना की राशि खर्च करने पर रोक लगा दी गई। 6 महीने बाद अब जाकर राशि जारी की गई है। उसमें भी प्रत्येक विधानसभा के लिए एक करोड़ 45 लाख रुपए के हिसाब से ही जारी हुई है। इस राशि से विधायक के साथ ही प्रभारी मंत्री की अनुशंसा पर क्षेत्र में विकास कार्य हो सकेंगे। 55 लाख रुपए कटौती की गई है। वह राशि जारी होगी कि नहीं यह अब तक स्पष्ट नहीं है।

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अप्रैल में आ गई थी राशि फिर वापस मंगा ली गई
योजना की राशि वित्तीय वर्ष की शुरुआत में ही अप्रैल में जारी हो गई थी। उस समय प्रत्येक विधानसभा के लिए दो करोड़ की राशि जारी हुई थी, लेकिन कार्यों पर रोक लगाने के साथ ही राशि को वापस मंगा ली गई थी। इस मामले को लेकर विधायकों ने राशि जारी करने की मांग को लेकर मुद्दा उठाया था।

गांवों में सामुदायिक भवन और मंच की डिमांड ज्यादा
ग्रामीण क्षेत्रों में विधायकों से मंच व सामुदायिक भवनों की डिमांड ज्यादा रहती है। इसके चलते से अब ऐसा कोई मोहल्ला ही नहीं बचा जहां मंच ना बना हो। हालांकि राशि खर्च करने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़क पर ही फोकस रखने कहा जाता है। इस वजह से अब स्कूलों में अतिरिक्त कार्य भी होने लगे हैं।

सांसद निधि पर 2 साल के लिए रोक, नहीं आएगी राशि
सांसदों को अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए पांच करोड़ रुपए की राशि मिलती है, लेकिन कोरोना की वजह से केंद्र सरकार ने 2 साल के लिए सांसद निधि जारी करने पर रोक लगा दी है। पिछले सत्र में भी राशि नहीं आई। इस बार भी नहीं मिलेगी। इसकी वजह से कोई कार्यों की अनुशंसा भी नहीं की जा रही है।

डीएमएफ की वजह से अब फंड की कमी नहीं
जिले के विधायकों को अपनी निधि के साथ ही डीएमएफ से भी बड़ी मदद मिलती है। विधायक गांव में विकास कार्य कराने के लिए कार्यों की अनुशंसा करते हैं । साथ ही राशि भी जारी होती है, लेकिन जिन जिलों में डीएमएफ का फंड कम है, वहां के विधायकों के लिए इस निधि का महत्व बढ़ जाता है।

कार्यों की अनुशंसा के लिए लिखा गया है पत्र
जिला सांख्यिकी अधिकारी एमएस कंवर का कहना है कि विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना के तहत राशि प्राप्त हो गई है। विधायकों को कार्यों की अनुशंसा के लिए पत्र लिखा गया है। इस बार 55 लाख रुपए कम राशि आई है। आगे राशि मिलेगी कि नहीं यह राज्य शासन का मामला है। जैसे-जैसे कार्यों की अनुशंसा आएगी राशि जारी की जाएगी।

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