भारत में टीकाकरण का आँकड़ा 100 करोड़ के पार जा चुका है। यह मौका सिर्फ 100 करोड़ के टीकाकरण के जश्न का नहीं है, यह जश्न है आत्मनिर्भर होते भारत का, यह जश्न है उन हेल्थ वर्कर्स के समर्पण भाव के प्रति सम्मान का, यह जश्न है हमारे वैज्ञानिकों के प्रति सम्मान का, यह जश्न है भारत के कुशल नेतृत्व के प्रति सम्मान का, जिन्होंने दुनिया को एक बार फिर दिखा दिया कि भारत हर बाधा और हर बंदिश को तोड़ना जानता है। यह भारतीयों के संकल्प का ही परिणाम है कि भारत ने टीकाकरण अभियान में सभी महाद्वीपों को पीछे छोड़ दिया है। भारत के कई राज्य ऐसे हैं, जहाँ दुनिया के कई देशों के मुकाबले अधिक मात्रा में टीकाकरण हो चुका है।
इसकी जानकारी मायगोवइंडिया सोशल माइक्रोब्लॉगिंग ऐप, कू पर अपने ऑफिशियल अकाउंट के माध्यम से दी है। इस पोस्ट में कहा गया है:”कोरोना महामारी के खिलाफ देश की बड़ी उपलब्धि। देश में टीकाकरण का आँकड़ा 100 करोड़ के पार हुआ। दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण में अभूतपूर्व योगदान देने वाले देश के कुशल नेतृत्व, वैज्ञानिकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों के समर्पण को सलाम। #VaccineCentury”
पहले 10 करोड़ टीकाकरण में 85 दिनों का समय लगता था, और अब इसी 10 करोड़ टीकाकरण में महज़ 12 से 14 दिनों का समय लगता है। कोरोना के खिलाफ जंग में ऐसी तेजी के पीछे है माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्गदर्शन, जो शुरू से ही एक योद्धा का समान जी-जान से जुटे हैं। वीडियो में मोदी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि भारत ने दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन विकसित कर ली है, जिसे 12 वर्ष की आयु से अधिक सभी लोगों को लगाया जा सकता है। इसके साथी ही एमआरएनए वैक्सीन अपने डेवलपमेंट के आखिरी चरण में है।
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