घर से 200 मीटर की दूरी पर मिला वृद्धा का क्षत-विक्षत शव

गरियाबंद 21 अक्टूबर (वेदांत समाचार) छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में तेंदुए ने बुधवार देर शाम फिर हमला किया है। इस बार आदमखोर तेंदुआ एक वृद्ध महिला को उसके घर की बाड़ी से उठाकर ले गया। घर से करीब 200 मीटर दूर महिला का सिर और धड़ अलग-अलग मिला है। महिला को ढूंढते हुए लोग मौके पर पहुंचे तो महिला का धड़ नोचकर तेंदुआ खा रहा था। भीड़ को देख भाग निकला। करीब डेढ़ साल पहले तेंदुए ने इसी महिला के पोते को भी मार दिया था। घटना के बाद से लोगों में दहशत है।

जिला मुख्यालय से करीब 6 किमी दूर कुचेना गांव निवासी थनवारिन बाई (60) अपने घर की बाड़ी में थी। इसी दौरान शाम करीब 7.30 बजे तेंदुआ उसे उठाकर जंगल की ओर घसीट ले गया। थोड़ी देर बाद जब परिजन ने देखा तो थनवारिन बाई नहीं दिखी। जमीन में घसीटने के निशान देख परिजनों ने पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंची टीम ने तलाश शुरू की तो करीब 200 मीटर दूर महिला का सिर मिला।

पुलिस और वन विभाग की टीम ने तलाश शुरू की तो करीब 200 मीटर दूर महिला का सिर मिला।

पुलिस और वन विभाग की टीम ने तलाश शुरू की तो करीब 200 मीटर दूर महिला का सिर मिला।

पेड़ के नीचे महिला के धड़ को बना रहा था निवाला
इस पर वन विभाग और पुलिस टीम के साथ ग्रामीण आगे बढ़े तो थोड़ी दूर पर पेड़ के नीचे महिला के धड़ को तेंदुआ नोच-नोचकर खा रहा था। लोगों की भीड़ आती देख तेंदुआ वहां धड़ को छोड़ कर भाग निकला। इसके बाद वन विभाग की टीम ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। बताया जा रहा है कि कुछ महीनों में ही आसपास के गांवों में तेंदुआ तीन लोगों पर हमला कर चुका है। इसके चलते लोग काफी डरे हुए हैं।

घर के आंगन से उठा कर ले गया था बच्चे को
करीब डेढ़ साल पहले अगस्त 2020 में इसी महिला के 4 साल के पोते को तेंदुआ घर से उठा कर ले गया था। घर के आंगन में बच्चा खेल रहा था, तभी तेंदुए ने झपट्‌टा मार कर उसे उठा लिया और लेकर जंगल में भाग निकला। परिजन और ग्रामीण उसे छुड़ाने के लिए पीछे भागे। शोर सुनकर तेंदुआ बच्चे को छोड़कर भाग गया। इसके बाद परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया था।

गांव से 300 मीटर दूर मिले थे 9 साल की बच्ची के अवशेष
दो माह पहले जिले के बमनी गांव निवासी 9 साल की रानी कमार को तेंदुआ ले गया। वह पड़ोस के अन्य बच्चों के साथ घर के बाहर खेल रही थी और अचानक गायब हो गई। दो दिन की तलाश के बाद घर से करीब 7 किमी दूर बच्ची का शव टुकड़ों में जंगल में मिला था। उसकी तलाश में 40 जवानों को लगाया गया था। जहां पर बच्ची के शव के अवशेष मिले, वहां तेंदुए के पग मार्क भी मिले थे।

वन विभाग बोला- पकड़ने के लिए पिंजरा लगाएंगे
तेंदुए को पकड़ने की अब तक की तमाम कोशिश बेकार हो चुकी है। वन विभाग पहले भी कई बार जंगल में पिंजरा लगा चुका है, लेकिन तेंदुआ कभी उनके जाल में नहीं फंसा। अब रेंज ऑफिसर पुष्पेंद्र साहू कहते हैं कि लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्हें देर शाम घर से बाहर निकले से फिलहाल मना कर रहे हैं। तेंदुए को पकड़ने के लिए फिर से पिंजरा लगाएंगे। वहीं वन विभाग के चौकीदार की ड्यूटी लगाई गई है। टीम उसे पकड़ने का प्रयास कर रही है।

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