साल्ही और परसा गांवों में चल रहे विभिन्न आजीविका आधारित परियोजनाओं को समझने फतेहपुर की महिलाओं ने किया दौरा

अम्बिकापुर : परसा स्थित महिला उद्यमी बहुउद्देशीय सहकारी समिति (मब्स) द्वारा कार्यान्वित की जा रही आजीविका वृद्धि परियोजनाओं को जानने के लिए ग्राम फतेहपुर की महिलाओं और किशोरियों ने परसा का दौरा किया।अदाणी फाउंडेशन के मार्गदर्शन और पर्यवेक्षण के तहत साल्ही और परसा गांवों में विभिन्न आजीविका उत्सर्जित परियोजनाएं संचालित हैं। महिला समूह ने मुख्य रूप से परसा गांव में वर्मी-कम्पोस्ट बनाने की इकाई, डेयरी, मसाला पीसने वाली इकाई, हरा चारा खेती इकाई और साल्ही गांव में पेयजल फिल्टर संयंत्र का दौरा किया।

ऐसी आय सृजन गतिविधियों का दौरा करने के बाद, आने वाली महिलाओं ने अपने गांव फतेहपुर में मसाला पीसने की इकाई और डेयरी इकाई शुरू करने की इच्छा व्यक्त की।गौरतलब है कि राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड को आवंटित परसा कोल परियोजना के ग्रामों में अदाणी फाउंडेशन शिक्षा,स्वास्थ्य, आजीविका तथा समुदायिक संरचना विकास जैसे कार्य करता रहता है। फतेहपुर गांव के देवसिंह और कुलेश्वर ने आजीविका भ्रमण कार्यक्रम का समन्वयन किया तथा तारीफ की, जबकि विकास सिंह, पीओ-अदाणी फाउन्डेशन ने प्रभावी रूप से आने वाली महिलाओं को आजीविका परियोजनाओं की जानकारी दी।

अदाणी फाउंडेशन के बारे में :
1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देश भर के 2250 गाँव और कस्बे शामिल हैं। फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है। वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है। अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है।