कवर्धा में घटित हिंसा से सर्व हिंदू समाज की आस्था को पहुँचा ठेस….
प्रदेश के कवर्धा जिले में हिन्दुओं के धार्मिक आस्था के प्रतीक भगवा-ध्वज के अपमान और फिर भड़की हिंसा के बाद भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर और तमाम गिरफ्तारियों को लेकर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए नमो विचार मंच युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष व भाजपा कोसाबाड़ी कार्यसमिति सदस्य बद्री अग्रवाल ने इसे समूचे हिन्दू धर्म व उसके करोड़ों अनुयायियों का अपमान बताया है।
युवा भाजपा नेता बद्री अग्रवाल ने कहा कि काँग्रेस की इसी राजनीतिक तुष्टिकरण की नीति की वजह से सन 1947 में देश को विभाजन का दंश झेलना पड़ा था जिसकी कसक आज तलक दोनों ही मुल्कों के बाशिंदे झेलने को मजबूर हैं
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काँग्रेस व कांग्रेसी विचारधारा से इत्तेफाक रखने वाली राजनीतिक पार्टियों की वजह से आज पश्चिम बंगाल भी बीतें एक दशक से साम्प्रदायिक हिंसा की चपेट में है किंतु प्रदेश की भूपेश सरकार मुग़ालते में न रहें कि छत्तीगसढ़ में भी वे उसी तुष्टिकरण की राजनीतिक परिपाटी में चलकर अपनी वोट बैंक की ओछी राजनीति करने में सफल होंगे। आगे श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता व प्रदेश भर के “सर्व हिन्दू समाज” से जुड़े लाखों लोग प्रतिबद्ध हैं कि वे प्रदेश सरकार को ऐसे किसी भी मंसूबे में कामयाब होने नहीं देंगे जिसमें धर्म विशेष से जुड़े लोगों के राजनीतिक तुष्टिकरण के लिए हिन्दू धर्म व हिंदुओं की धार्मिक आस्था को आघात पहुँचाने की कोशिश होगी।
आगे युवा नेता ने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पूरे प्रदेश भर में छत्तीसगढ़ भाजपा रूपरेखा तैयार कर लोकतांत्रिक तरीके से सड़कों में उतरकर प्रदेश सरकार की इस धर्म विशेष की राजनीति का विरोध करेगी पर वे छत्तीगसढ़ की संस्कारधानी भूमि को किसी भी कीमत में बंगाल बनने नहीं देंगे, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पहले कवर्धा पर ध्यान दे उसके बाद उत्तरप्रदेश के लखीमपुर जाकर अपनी राजनीति रोटी सेंके…