इंदौर,30 सितंबर (वेदांत समाचार)। तेल और दालों के बाद अब सब्जियों में महंगाई की आग लग गई है। एक सप्ताह से सब्जियों की कीमतें थोक से लेकर खेरची बाजार में ऊंची हो गई है। हालांकि बुधवार के मुकाबले गुरुवार को सब्जियों के दामों में थोड़ी राहत मिली। इसके लिए राजस्थान से इंदौर थोक मंडी में पहुंची लौकी और हरी मिर्च की अच्छी आवक को वजह बताया जा रहा है।
सप्ताहभर पहले सब्जियां सस्ती बिक रही थी। कम दाम मिलने के कारण किसानों ने माल मंडी में लाना कम कर दिया था। कई किसानों ने लागत न निकलने से और खेतों में पानी भरने से सब्जियां ही उखाड़ फेंकी थी। इंदौर की अहिल्याबाई होलकर थोक (चोइथराम) मंडी में बुधवार को टमाटर अच्छी क्वालिटी का 1000 रुपये क्रेट बिका। गुरुवार को दामों में थोड़ी नरमी आई और टमाटर 800 रुपये बिका। हरी मिर्च की आवक अच्छी रहने से अन्य सब्जियों पर दबाव है। थोक कारोबारी इमरान राइन के अनुसार हरी मिर्च की आवक ज्यादा होने से खेरची और ठेले वाले मिर्च खरीदना पसंद करते हैं। थोक में हरी मिर्च पांच रुपये सस्ती होकर 12 से 1500 रुपये किलो बिकी जबकि ग्वार फली 40 से 45 रुपये किलो के भाव में थोक में बिकी।
अदरक पुरानी 25 रुपये किलो थोक में बिकी। लौकी 15 से 18 रुपये किलो बिक रही है। राजस्थान से लौकी की आवक हुई जो 12 से 15 रुपये किलो बिकी। गिलकी 20 रुपये किलो थोक में बिकी। तुरई के दाम 35 से 40 रुपये किलो बिकी। हरा धनिया एक दिन पहले 70 रुपये किलो बिका था। गुरुवार को 40 से 50 रुपये किलो बिका। बैंगन के दाम 15 से 20 और करेला 20-22 रुपये किलो जबकि सूरजना फली 55 से 60 रुपये किलो बिकी।
फूल गोभी 15 से 20 रुपये नग और पत्ता गोभी चार से पांच रुपये किलो बिकी। सब्जी व्यापारियों के अनुसार श्राद्ध पक्ष की मांग के कारण भी सब्जियों की कीमत ऊंची है। कद्दू चार से पांच रुपये किलो बिका, जबकि शिमला मिर्च थोक में 40 से 50 रुपये किलो और बालोर 30 से 35 रुपये किलो बिकी। खेरची में उपभोक्ताओं को ये सब्जियां थोक के मुकाबले कम से कम दोगुने दामों पर खरीदना पड़ रही है।
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