कोरबा। शरीर में कमजोरी को दूर करने के लिए जड़ी-बूटी का सेवन करना मोतीसागर पारा में रहने वाले दो भाइयों को काफी महंगा पड़ गया। जड़ी-बूटी का सेवन करने के बाद दोनों की तबीयत अचानक बिगड़ी, जिसके बाद एक काल के गाल में समा गया, जबकि दूसरे का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। बताया जा रहा है कि दोनों ने सड़क किनारे टेंट लगाकर जड़ी-बूटी बेचने वाले वैद्यराज से औषधि ली थी, जिसके सेवन के बाद यह मामला सामने आया।
आम तौर पर जड़ी-बूटी का सेवन कर शरीर के लिए स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है, उसके जरिए असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं, लेकिन शहर के मोतीसागर पारा क्षेत्र में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे सुन और देखकर जड़ी-बूटी को लेकर लोगों के मन में जो धारणा बनी है। वो पूरी तरह बदल जाएगी। शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए शिव प्रसाद पटेल और सीधराम पटेल नामक दो भाइयों ने सफेद मुसली नामक जड़ी-बूटी का सेवन कर लिया।
औषधि खाने के कुछ घंटों के बाद ही दोनों की सेहत बिगड़नी लगी। दोनों की बिगड़ती हालत को देख परिजन डर गए और झाड़-फूंक के लिए ग्राम संडैल स्थित एक वैद्य के पास ले गए। शिव प्रसाद और सीधराम की हालत देखकर वैद्य ने अपने हाथ खड़े कर लिए और उन्हें अस्पताल ले जाने की सलाह दी। परिजन तैसे-तैसे दोनों को लेकर शहर के निजी अस्प्ताल पहुुंचे। जहां डाॅक्टरों ने दोनों को भर्ती करने से मना कर दिया। अंत में थक हारकर परिजन शिव और सीध को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने शिव को मृत घोषित कर दिया, वहीँ सीधराम का उपचार जारी है।
जिस जड़ी बूटी कार सेवन करने से दो भाइयों में से एक की मौत हुई है, दूसरा अस्पताल के बिस्तर पर पड़ा है। उसे उन्होंने सड़क किनारे टेंट लगाकर औषधि की बिक्री करने वाले वैद्यराज से ली थी, जिसका सेवन करने के बाद यह घटना सामने आई।
जिला अस्पताल ने नहीं दी पुलिस को जानकारी
इतना ही नहीं पीएम सहित अन्य कानूनी अड़चनों से बचने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जानकारी जिला अस्पताल पुलिस चौकी को नहीं दी, जिसके बाद परिजन शिव की लाश लेकर घर चले गए। अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुट गए। हालांकि मीडिया के माध्यम से मामले को पुलिस के संज्ञान में लाया गया, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। फिलहाल मामले में मर्ग कायम कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
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