सुकमा। छत्तीसगढ़ में अब नक्सली हथियार छोड़कर शांति के मार्ग पर चलने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं. यही वजह है प्रदेश के अधिकांश नक्सली आए दिन पुलिस के समक्ष हथियार डाल रहे हैं. पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान को बड़ी सफलता हाथ लगी है.
सुकमा में हार्डकोर नक्सली दंपति ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. एसपी सुनील शर्मा के समक्ष 5 लाख का ईनामी केरलापाल एलओएस कमांडर मड़कम आयता व 2 लाख की ईनामी डिप्टी कमांडर पदाम पोज्जे ने आत्मसमर्पण किया है. बता दें कि एलओएस कमांडर मड़कम आयता पिछले 17 वर्ष से नक्सल संगठन से जुड़कर काम कर रहा था. वहीं डिप्टी कमांडर पदाम पोज्जे पिछले 9 साल से नक्सली संगठन में सक्रिय थी. दोनों पर पुलिस ने लाखों का इनाम रखा था.
जानकारी के मुताबिक, दोनों हार्डकोर नक्सली दंपति आईईडी ब्लास्ट, पुलिस पार्टी पर फायरिंग व बड़ेशेट्टी स्थित स्वास्थ्य केंद्र में तोड़फोड़ करने की घटना सहित कई बड़े वारदातों में शामिल रहें हैं. समर्पण करने आए नक्सलियों को दस दस हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी गई है. सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने नक्सलियों से अपील करते हुए कहा है कि वह हिंसा का रास्ता छोड़े और मुख्य धारा में जुड़ने के लिए आत्मसमर्पण करने आगे आएं। उन्होंने कहा कि आज जिले के लिए शानदार सफलता का दिन है. आज पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली दम्पति ने माओवादियों के द्वारा मनाए जा रहे स्थापना दिवस पर उनकी विचारधारा को खोखला साबित किया है. हमारे अभियान के तेज होने के बाद लोगों के मन से नक्सलियों के प्रति पनपा डर खत्म होने की कगार पर है.
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