0 लोक परंपराओं से जुड़े लोगों के लिए गहरी क्षति
बिलासपुर के सांसद व मस्तूरी से विधायक रह चुके गोदिल प्रसाद अनुरागी का 93 साल की आयु में दुखद निधन हो गया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत व कोरबा लोकसभा के सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आदिवासियों, सतनामी व पिछड़े समुदाय के लिए आखिरी सांस तक लड़ने वाले इस नेता की एक और बड़ी पहचान थी, वे छत्तीसगढ़ लोक कला रहस के बड़े कलाकार थे।
डॉ. महंत ने कहा कि वे लोक परंपरा के जड़ों से जुड़े छत्तीसगढ़िया थे। विधायक व सांसद बनने के बाद भी कभी भी वे अपने रहस और संस्कृति को नहीं भूले। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी जैसे राष्ट्र नेत्री के साथ काम कर चुके गोदिल प्रसाद अनुरागी का निधन कांग्रेस के लिए व लोक पंरपराओं से जुड़े लोगों के लिए गहरी क्षति है।
मध्य प्रदेश के दौर में सांसद और विधायक रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोदिल प्रसाद अनुरागी काफी दिनों से जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे थे। उनका जन्म 1 नवंबर 1931 को हुआ था। 93 वर्षीय गोदिल प्रसाद अनुरागी की तबियत बीते 19 जुलाई से खराब हुई थी।
बताया जाता है कि उन्हें पैरालिसिस हो गया था, जिसका इलाज चल रहा था। निजी अस्पताल में इलाज करने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर पर रखकर ही उनकी सेवा करने की सलाह दी थी । लिहाजा उन्हें रतनपुर स्थित आवास में ही रखकर परिजनों के द्वारा सेवा की जा रही थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेता के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता, पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक गोदिल प्रसाद अनुरागी जी का निधन छत्तीसगढ़ की अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिजनों को दुख की यह घड़ी सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
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