असाध्य रोगों का जड़ी-बूटियों से इलाज, नाड़ी देखकर लगा लेते हैं बीमारी का पता

वनौषधियों और जड़ी-बूटियों के माध्यम से असाध्य बीमारियों का इलाज करने वाले ख्याति प्राप्त वैद्यराज व वनौषधि विशेषज्ञ टीएन वेंकटेश्वर टी. नैनेश इन दिनों रायपुर के गुढ़ियारी प्रयास हास्टल कमेटी हाल में मुफ्त परामर्श शिविर में अपनी सेवा दे रहे हैं। वेंकटेश्वर रोगी की नाड़ी देखकर वनौषधियों और जड़ी-बूटी के प्रयोग से निर्मित दवाइयों के माध्यम से विविध बीमारियों का इलाज करने में पारंगत हैं।

उनका कहना है कि आदिवासी कुल परंपरा अनुसार आजमाई हुई जड़ी-बूटियों द्वारा तैयार औषधि नुस्खा से बिना साइड इफैक्ट के कारगर इलाज कर निराश हो चुके रोगियों में उत्साह व उमंग का संचार करना मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि वैसे तो वे कई बीमारियों का इलाज करने में सिद्धहस्त हैं, लेकिन जटिल बीमारियों के उपचार में विशेष दक्षता हासिल है।

ऐसी बीमारियों में अस्थमा, वात रोग, समस्त चर्म रोग लकवा, लिवर, सिरोसिस, मिर्गी, निस्संतान रोग आदि शामिल हैं। वैद्यराज टीएन वेंकटेश्वर ने बताया कि 18-19 साल से रायपुर गुढ़ियारी समेत प्रदेश की कई जगहों में आयुर्वेदिक सेवाएं दे रहे हैं।

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