0 प्रतिबंधित दवाओं, स्वापक औषधियों एवं नशीले टेबलेट, सिरप, इंजेक्शन के विक्रय पर शासन के गाइडलाइन का पालन करने दी गई सख्त निर्देश
0 प्रतिबंधित दवाओं के विक्रय एवं बिना डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के दवाई का विक्रय किए जाने वाले मेडिकल संचालकों पर की जाएगी नियमानुसार सख्त कार्यवाही
0 किशोरवय अबोध बच्चों के द्वारा क्षेत्र में नशे के सेवन एवं औषधीय टेबलेट, सिरप, इंजेक्शन आदि के नशे के रूप में इस्तेमाल की शिकायत को देखते हुए ली गई आवश्यक निर्णय
जीपीएम 18 सितंबर (वेदांत समाचार) पुलिस अधीक्षक तिलोक बंसल के दिशा निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे द्वारा आज पुलिस कंट्रोल रूम सभागार में मेडिकल संचालकों का आवश्यक बैठक आयोजित किया गया। जिसमें गौरेला, पेंड्रा, कोटमी क्षेत्र के सभी मेडिकल संचालक सम्मिलित हुए।
विदित हो कि क्षेत्र में नशे के विरुद्ध मिल रही शिकायतों को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल के द्वारा इन पर लगाम लगाए जाने हेतु सभी थाना, चौकी सख्त कार्रवाई किए जाने निर्देशित किया गया है एवं अबोध किशोरवय बच्चों के द्वारा अगर कहीं पर भी नशे का सेवन करते हुए पाया जाता है तो उस नशे के स्रोत एवं विक्रेता के संबंध में जानकारी प्राप्त करने हेतु निर्देशित की गई है।
आज का यह बैठक इसी कड़ी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे के द्वारा आयोजित किया गया था एवं समस्त मेडिकल संचालकों को यह सख्त निर्देश दिया गया है कि प्रतिबंधित टेबलेट, सिरप, इंजेक्शन और अन्य किसी भी दवाई का विक्रय बिना शासन के दिशा निर्देश के नहीं किया जावे एवं दवाइयों के विक्रय के दौरान डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन के बिना किसी भी दवाई का विक्रय ना किया जाए यह भी ध्यान रखें जाए।
प्रायः देखने में आता है कि बच्चों के द्वारा सुलेशन, आयोडेक्स, व्हाइटनर, बोनफिक्स, फेविकोल आदि को सूंघकर नशे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है वही पेट दर्द, नींद की दवाई, मिर्गी की दवाई, सर्दी-खांसी, खुजली, एलर्जी, चक्कर, उल्टी आदि की दवाइयों को भी नशे के रूप में इस्तेमाल की जाती है वही कई बार गाड़ी के पेट्रोल तक को भी सूंघने हेतु चोरी कर कपड़े में लगाकर इस्तेमाल किया जाता है।
यह अत्यंत संवेदनशील एवं किशोरवय बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत नुकसानदायक है जिस पर लगाम लगाया जाना अत्यंत आवश्यक है अतः किसी भी प्रकार के प्रतिबंधित दवाइयों के अवैध विक्रय पर संलिप्त लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने निर्देशित किया गया है कहीं पर भी प्रतिबंधित दवाओं, नशीले पदार्थों एवं स्वापक औषधियों का विक्रय अवैध रूप से करते हुए पाया गया तो उस पर तत्काल कार्यवाही कर विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए न्यायालय प्रकरण तैयार की जाएगी।
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विदित हो कि सस्ती नशे के रूप में मेडिकल में मिलने वाले विभिन्न दर्द निवारक, निद्राकारक, एलर्जी आदि की दवाईयों जिसमे डायजीपाम, फोर्टविन, एल्प्राजोलाम, नाइट्रासीन, स्पाज्मो प्राक्सीवान, साइक्लोपाम, एवील, कोरेक्स जैसे अनेक दवाईयों को नशे के रूप में आदतन ड्रग एडिक्ट व्यक्तियों, युवाओं, किशोरों द्वारा व्यसन के परिणाम स्वरूप लिए जाते है।
उक्त नशे से न सिर्फ उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है अपितु उनके सामाजिक, पारिवारिक और आर्थिक पहलुओं पर भी व्यापक दुष्प्रभाव पड़ता है और कई बार नशे के गिरफ्त में पड़ा हुआ व्यक्ति कई प्रकार के आपराधिक गातिविधियों में भी संलग्न हो जाता है अतः समस्त माता-पिता, अभिभावकों एवं संरक्षकों से जीपीएम पुलिस की अपील है कि बच्चों को नशे से दूर रखें और कहीं पर भी उनके द्वारा इस तरह के नशे का इस्तेमाल किया जाता है तो तत्काल जीपीएम पुलिस को अवगत करावें।
इस अवसर पर उपनिरीक्षक प्रेम सागर खुटिया, उपनिरीक्षक प्रशन्न पाणीग्रही, गौरेला थाना स्टाफ एवं गौरेला, पेंड्रा व कोटमी से आये हुए मेडिकल संचालक बहुतायत में उपस्थित रहे।
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