कोरबा 13 सितम्बर (वेदांत समाचार) कोरबा नगर के दर्री रोड मैं निवासरत एक परिवार अपनी पुत्री से लापता होने से काफी परेशान है। पुलिस को इसकी शिकायत करने के बावजूद कोई नतीजे नहीं आ सके हैं। उल्टा अब खोजबीन को लेकर पुलिस परिजनों को भला बुरा कहने से पीछे नहीं है । इस मामले में युवती के परिजनों ने फेरीवाले युवक पर संदेह जताया है और कहां है कि उसके द्वारा ही युवती का अपहरण किया गया होग।
पिछड़ा वर्ग आयोग को हाल में ही भारत सरकार के द्वारा संवैधानिक दर्जा दिया गया है और उसे अधिकारसंपन्न बनाने की कोशिश की गई है। इन सबके बीच पिछड़ा वर्ग से वास्ता रखने वाले भानुदास महंत की शिकायत यह है कि उसकी पुत्री को लापता हुए 3 महीने हो चुके हैं और खोजबीन को लेकर कोरबा की पुलिस जरूरी प्रयास नहीं कर रही है। भानुदास ने बताया कि उसकी पुत्री को सिर्फ अपनी पढ़ाई से मतलब था। इसी दौरान वह काम के लिए घर से निकलने के बाद वह घर नहीं लौट सकी। परिजनों ने इस बारे में कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई लेकिन कोई नतीजे नहीं आ सके।
भानुदास महंत ने बताया कि पुत्री की तलाश के संबंध में जानकारी लेने पुलिस थाना जाने पर उनके साथ अनुचित व्यवहार किया जाता है और अपमानित करने की कोशिश की जाती है।
भानुदास को कुछ समय तक यही लगता रहा कि उसकी पुत्री लापता हुई है लेकिन अब वह मानता है कि यह मामला अपहरण का हो सकता है फेरी लगाने वाले रेहान की भूमिका को लेकर भानुदास ने इस बारे में जानकारी दी।
छत्तीसगढ़ में महिला वर्ग को पर्याप्त सुरक्षा दिए जाने के लिए सरकार के द्वारा दावे किए जा रहे हैं। पुलिस कई स्तर पर काम करने की बात कर रही है। इस स्थिति में भानुदास की पुत्री कहां और किस हाल में है इसका पता पुलिस को लगाने के लिए गंभीरता दिखानी चाहिए
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