कोरबा 12 सितम्बर (वेदांत समाचार) । स्वच्छता के लिए प्रेरित करने वाला स्वास्थ्य विभाग अपने ही अस्पताल की सफाई के प्रति बेपरवाह है। निपटान करने वाले ठेका कंपनी से अनुबंध छह माह पहले समाप्त हो चुकी है। नया अनुबंध अब तक शुरू नहीं हुआ। कचरों का निपटान अभी भी निगम के सफाई वाहन के भरोसे चल रहा है। जिला अस्पताल को मेडिकल कालेज को सौंपा जा चुका है, लेकिन अस्पताल में उपलब्ध संसाधन और पूर्व अनुबंध के बारे में जानकारी मेडिकल कालेज को नहीं दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कालेज प्रबंधन में तालमेल नहीं होने के कारण कामकाज प्रभावित है।
जिला अस्पताल में मेडिकल वेस्टेज और पालीथिन कचरों के उठाव को स्वास्थ्य विभाग द्वारा गंभीरता से नही ली जा रही। नियमित निपटान के अभाव में अस्पताल के पीछे कचरों की भरमार है। बारिश का समय होने से भीग रहे कचरों में सड़न होने लगी है। दूषित वातावरण मरीजों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर की आशंका भी बढ़ गई है। अस्पताल के प्रसूति और जनरल वार्ड से सबसे अधिक मेडिकल वेस्ट निकलता है। इन कचरों का नियमित निपटान का नियम है।
निगम के स्वच्छता वाहन के नही आने से कचरे कई दिनों तक पड़े रहते हैं। अस्पताल में मेडिकल कचरे के अलावा बिगड़े एंबुलेंस, संजीवनी वाहनों की भी कतार लग रही है। वाहनों के कल पुर्जे चोरी हो चुके हैं। बहरहाल जिला अस्पताल को अब मेडिकल कालेज प्रबन्धन को हस्तांतरित कर दिया गया है। उपलब्ध संसाधन के बारे में अभी तक अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मेडिकल कालेज प्रबंधन को नही दी है। आपसी तालमेल नही होने से स्वास्थ्य संबंधित कार्यो पर असर हो रहा है। इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन ने बताया कि मेडिकल वेस्ट का उठाव करने वाली कंपनी से अनुबंध समाप्त हो चुका हैं। अनुबंध का नवीनी करण होना है। जिला अस्पताल को शासन ने अब मेडिकल कालेज को सौंप दिया है।
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