गलत नंबर दर्ज करने से संपर्क असंभव
कोरबा 12 सितम्बर (वेदांत समाचार) । अब मेडिकल कॉलेज के साथ जुड़कर संचालित हो रहे जिला अस्पताल में सुविधाओं की बढ़ोतरी के बजाय मरीजों की दिक्कतें कायम हैं। यहां पर स्त्री रोग विशेषज्ञ का मोबाईल नंबर 09 अंकों में जारी किया गया है, जिससे संपर्क स्थापित करना मुश्किल हो गया है। इस चिकित्सक के मौके पर नहीं मिलने की भी शिकायत आ रही है।
खबर के अनुसार जिला अस्पताल में चिकित्सकों की संख्या बढ़ाये जाने की कवायद जारी है।
कहा जा रहा है कि ऐसा किये जाने से मरीजों को सहुलियत दी जाएगी। आम तौर पर लोग ऐसा सोच सकते है। लेकिन कुछ मामलों में तस्वीर कुछ और है। एमपी नगर में रहने वाले हरि सिंह क्षत्रीय के द्वारा जानकारी दी गई है कि वे अपनी पत्नी को दिखाने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास गए हुए थे। एक चिकित्सक ने उन्हें कई टेस्ट कराने को कहा था। अस्पताल पहुंचने पर संबंधित कमरे में स्त्री रोग विशेषज्ञ श्रीमती एम कुजूर नहीं मिली। उन्हें अस्पताल प्रबंधन ने एक समिति का अध्यक्ष बना रखा है। उनके साथ कई और भी कर्मी बतौर सहयोगी रखे गए हैं। इस नाते सभी के नंबर प्रदर्शित करने की व्यवस्था की गई है।
संबंधित फ्लेक्स में एम कुजूर का मोबाईल नंबर 999317269 दर्शित किया गया है। यह केवल 09 अंकों का है। क्षत्रीय ने बताया कि कई बार डायल करने के बाद भी डॉक्टर से संपर्क नहीं हुआ। चूंकि वे जगह पर नहीं थी, इसलिए भी समस्या हुई। ंइन कारणों से अब 16 सितंबर की तिथि परीक्षण के लिए दी गई है। सवाल किया जा रहा है कि इतने दिन तक मरीज का आखिर क्या होगा। ऐसे कारणों से आम मरीजों को मजबूरीवश महंगे निजी अस्पतालों का रूख करना पड़ रहा है।
सरकार और डीएमएफ का पैसा हो रहा खर्च
कोरबा के सरकारी अस्पताल में अनेक डॉक्टर और कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियोजित किये गए है। इसके अतिरिक्त कई चिकित्सकों को जिला खनिज न्यास मद से भी रखा गया है। इन्हें डेढ़ से दो लाख का वेतन हर महीने दिया जा रहा है। मंशा यही है कि लोगों को अपने बजट पर बिना असर डाले अच्छी चिकित्सा सरकारी अस्पताल से दी जा सके। पिछले दिनों कलेक्टर ने ऐसे ही मामलों को लेकर डीएमएफ से रखे गए एक डॉक्टर की छुट्टी की दी थी।
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