दुर्ग। 12 सितम्बर (वेदांत समाचार) जुड़वा भाई राम और लक्ष्मण के चक्कर में दुर्ग पुलिस महीनों नहीं करीब 9 साल तक परेशान होती रही. लेकिन आखिरकार पुलिस को असली आरोपी राम पोर्ते की पहचान कर ही ली और उसे गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल पुलगांव पुलिस ने 9 साल बाद धोखाधड़ी करने वाले आरोपी राम सिंह पोर्ते को गिरफ्तार किया है. वह अपने जुड़वा भाई लक्ष्मण का सहारा लेकर पुलिस को अब तक चकमा दे रहा था. राम और लक्ष्मण जुड़वा होने की वजह से दोनों भाइयों का हुलिया एक जैसा था. पुलिस जब भी राम की तलाश में बोरी गांव पहुंचती तो मिलने वाला अपने आपको लक्ष्मण ही बताता. इस वजह से पुलिस आरोपी राम सिंह को नहीं पकड़ पा रही थी.
इसके बाद पुलिस ने पूरी प्लानिंग की. पहले आरोपी के साले से जेवरा पुलिस चौकी अंतर्गत भाठागांव में संपर्क किया. इसके बाद साले के साथ राजनांदगांव के बोरी गांव पुलिस पहुंची. आरोपी रामसिंह की पहचान कराई. इसके बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. आरोपी ने मितानिन सुभद्रा देवांगन से 1.75 लाख रुपए की ठगी की थी.
किसने की थी शिकायत
पीछेगांव निवासी 35 वर्षीय मितानिन सुभद्रा पति वेदनाथ देवांगन ने 22 जुलाई 2012 को मामले में शिकायत की थी. उसने पुलिस को बताया कि राम सिंह पोर्ते, राजमल नेताम निवासी छेरीखेड़ा, सौरांग सिंह और राहुल उर्फ विनोद पोर्ते दोनों निवासी भाठागांव ने मिलकर 1.75 लाख रुपए ठगे. पुलिस ने धारा 420, 34 के तहत जुर्म दर्ज किया था.
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