आधार कार्ड के एक जरूरी डॉक्यूमेंट है। इसके बिना कोई सरकारी या प्राइवेट काम नहीं कर सकते हैं। ऐसे में नागरिकों को आधार से जुड़े हर नियम से अपडेट होना बेहद जरूरी है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण समय-समय पर आधार से जुड़ी हर जानकारी देता है। जिससे किसी को परेशान ना होना पड़े। इस बीच दस्तावेज को लेकर एक मामला सामने आया है। कहा जा रहा है कि अब गाड़ी नंबर और मोबाइल नंबर की तरह आधार कार्ड का नंबर अपनी मर्जी से ले सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?
दिल्ली हाई कोर्ट में लगाई अर्जी
दरअसल एक व्यापारी ने नया आधार नंबर के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। जिसका यूआईडीएआई ने विरोध किया है। कहा कि यह अपनी पसंद की गाड़ी पंजीकरण संख्या मांगने जैसा होगा।
फैंस नंबर डिमांड जैसा
प्राधिकरण की ओर से पेश हुए वकील जुहैब हसन ने जस्टिस रेखा पल्ली से कहा कि यह कार के लिए फैंसी नंबर प्लेट के डिमांड जैसा है। दरअसल याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि आधार नंबर और उनके निजी जानकारी के साथ समझौता किया गया है।
बड़ी संख्या में आएंगे लोग
वकील हसन ने कहा कि आधार कार्ड लोगों को सुरक्षा के कई स्तर देता है। अगर इस अर्जी को स्वीकार किया गया तो बड़ी संख्या में लोग अना आधार नंबर बदलवाने की मांग उठाएंगे। उन्होंने कहा कि याचिकाकर्ता अपना मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस जुड़वाएं। जिससे आधार का गलत जगह इस्तेमाल नहीं हो पाएं। अब इस मामले की अगली सुनवाई जनवरी 2022 में होगी।
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