स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने शिक्षक दिवस के अवसर पर किया इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के शिक्षकों का सम्मान, दिया उपहार एवं प्रशस्ति -पत्र

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने किया शिक्षकों के समर्पण व जज्बे का सम्मान,इंडस पब्लिक स्कूल के शिक्षकों का किया सम्मान,प्रदान किए उपहार एवं प्रशस्ति पत्र।

अंधेरे में रोशनी की किरण होते हैं।वे मायूस चेहरे की मुस्कान होते हैं- श्रीमान मो0 शाहिद(रिजनल मैनेजर एस0बी0आई)

शिक्षक ना केवल समाज अपितु वह राष्ट्र निर्माता होता – शशांक अग्रवाल, एसबीआई चीफ मैनेजर गेवरा

शिक्षक वह प्रकाश है जो सभी की जिंदगी में रोशनी भर देता है-डॉ संजय गुप्ता(प्राचार्य आई0पी0एस0,दीपका)

कोरबा 9 सितंबर (वेदांत समाचार) जीवन में शिक्षक का किरदार बहुत खास होता है।वे किसी के जीवन में उस बैकग्राउंड म्यूजिक की तरह होते हैं जिनकी उपस्थिति मंच पर तो नहीं दिखती परंतु उसके होने से नाटक में जान आ जाती है।ठीक इसी प्रकार हमारे जीवन में एक शिक्षक की भी भूमिका होती है।चाहे आप जीवन के किसी भी पड़ाव पर हों, शिक्षक की आवश्यकता सबको पड़ती है।ज्ञान,जानकारी और समृद्धि के वास्तविक धारक शिक्षक ही होते हैं।जिसका इस्तेमाल कर वह हमारे जीवन के लिए हमें विकसित और तैयार करते हैं।हमारी सफलता के पीछे हमारे शिक्षक का हाथ होता है।

हमासरी माता-पिता की तरह ही हमारे शिक्षक के पास भी ढेर सारी व्यक्तिगत समस्याएँ होती हैं लेकिन फिर भी वह इन सबको दरकिनार कर रोज स्कूल और कॉलेज आते हैं तथा अपनी जिम्मेदारी का अच्छे से निर्वाह करते हैं।कोई भी उदने बेशकीमती कार्य के लिए उन्हें धन्यवाद दहीं देता,अतः स्वयं हमें यह समझना होगा कि वे हमारे समाज और राष्ट्र के निर्माता हैं।
हर वर्ष 5 सितंबर को हमारे निःस्वार्थ शिक्षकों को उनके बहुमूल्य कार्य को सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है।हमारे शिक्षक हमें शैक्षणिक दृष्टि से तो बेहतर बनाते ही हैं साथ ही हमारे ज्ञान और विश्वास के स्तर को बढ़ाकर नैतिक रुप से भी हमें अच्छा बनाते हैं।जीवन में अच्छा करने के लिए वह हमें हर असंभव कार्य को संभव करने की प्रेरणा देते हैं।यह सर्वविदित है कि हमारे जीवन को सँवारने में शिक्षक एक बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।सफलता प्राप्ति के लिए वो हमें कई प्रकार से मदद करते हैं।हमारे जीवन को सही आकार में ढालते हैं।अतः अपने निष्ठावान शिक्षक के लिए हमारी भी कुछ जिम्मेदारी बनती है।

इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में कोरबा जिलाधीश श्रीमती रानू साहू उपस्थित थीं साथ ही विशिष्ट अतिथि के रुप में श्रीमान मो0शहिद(रिजनल मैनेजर, एस0बी0आई) के अलावा श्री सत्यपाल सिंधु( मैनेजिंग डायरेक्टर श्याम इंडस पावर लिमि0),श्री शशांक अग्रवाल(चीफ मैनेजर एस0बी0आई गेवरा),श्री सौरभ सिंधु(डायरेक्टर सैनिक मायनिंग एंड एलाएड सर्विस),श्री सोमवीर सिंधु(डायरेक्टर मारुति क्लीन कोल पावर लिमिटेड),श्री राकेश चौधरी(एडमिनिस्ट्रेशन सी0जी0रिजन एसीबी इंडिया लिमिटेड) उपस्थित थे।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों के स्वागत के पश्चात विभिन्न आकर्षक सांँस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा दी गई तत्पश्चात स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इंडस पब्लिक स्कूल के शिक्षक -शिक्षिकाओं को सम्मानित किया ।इस सम्मान समारोह में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के उच्च अधिकारी उपस्थित थे। शिक्षक -शिक्षिकाओं को आकर्षक उपहार एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।

श्रीमान शशांक अग्रवाल (चीफ मैनेजर, एसबीआई) ने कहा कि शिक्षक ना केवल समाज अपितु वह राष्ट्र निर्माता होता है। शिक्षक ना सिर्फ हमें पढ़ाते हैं अपितु वो हमारे व्यक्तित्व का विकास कर हमारे कौशल स्तर को भी सुधारते हैं।हमें समाज के प्रत्येक तबके का सम्मान करना चाहिए क्योंकि हमें समाज के प्रत्येक व्यक्ति से कुछ ना कुछ अवश्य सीखते हैं।हमें जीवन भर शिक्षकों के प्रति सम्मान का दीप हृदय में प्रज्जवलित रखना चाहिए।शिक्षक हमारे जीवन में आत्मविश्वास का संचार कर हमें निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के श्रीमान मो. शाहिद(रिजनल मैनेजर एस0बी0आई) ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षकों के महत्व को हम किसी शब्दों में नहीं बाँध सकते और ना ही उनके उपकारें की कीमत अदा कर सकते हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा शिक्षकों को हमारे द्वारा केवल छोटी सी भेंट अर्पित की जा रही है।हम आजीवन शिक्षकों के एहसान को नहीं चुका सकते।वे अंधेरे में रोशनी की किरण होते हैं।वे मायूस चेहरे की मुस्कान होते हैं।वे उम्मीद की किरण होते हैं।हमें अपने जीवन में शिक्षकों के द्वारा दी गई प्रत्येक शिक्षा का अनुसरण करना चाहिए।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि किसी भी पेशे की तुलना अध्यापन कार्य से नहीं की जा सकती यह नुनिया का सबसे नेक कार्य है।देश के विकास और समाज में हमारे शिक्षकों के योगदान के साथ ही अध्यापन के पेशे की महानता को उल्लेखित करने के लिए शिखक दिवस को मनाया जाता है।शिक्षक एक सभ्य समाज का निर्माण करता है।शिक्षक एक व्यक्ति को कुशल नागरिक बनाता है।शिक्षक वह प्रकाश है जो सभी की जिंदगी में रोशनी भर देता है।शिक्षक एक मोमबत्ती रुपी ज्ञान का उजाला है जो लोगों को अँधेरे से निकाल कर प्रकाश की ओर ले जाती है।

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