धनेश्वर रजवाड़े ,कोरबा 8 सिंतबर( वेदांत समाचार)।शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा के भूतपूर्व छात्र एवं सक्रिय समाज सेवक मनमोहन सिंह राठौर के नेतृत्व मे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा में विद्यालय के राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक राकेश टंडन के विद्यालय आगमन पर स्वागत एवं समस्त शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया . कार्यक्रम में मनमोहन सिंह राठौर के टीम के सक्रिय कार्यकर्ता नूतन साहू , नन्द लाल, रमेश पटेल, हेमन्त राठौर, प्रवीण साहू , शिवम साहू, शुभम पोर्ते ,अमर पटेल, विकास पटेल ,आशीष राठौर ने विद्यालय के समस्त गुरुजनों का सम्मान किया. व्याख्याता उत्तम सिंह मरावी , सुधीर चन्द्रा, पी पी अंचल हिंदी ने बच्चों को गीत के माध्यम से शिक्षा एवं समाज के विकास के लिए प्रेरित किया. नारेंद्र पाटले व्याख्याता पटवर्धन खांडे ,राजेंद्र केवट ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को कहा कि वह अपने अंदर सकारात्मक सोच रखते हुए शिक्षा तथा विद्यालय के विकास में अपना योगदान दें।
व्याख्याता राकेश टंडन ने विद्यार्थियों को मनुष्य के जीवन के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हमारी मजबूत सांसे और सकारात्मक कर्म है . उन्होंने बच्चों को कहा की हमको पशुओं के समान सिर्फ उदर पूर्ति कर जीवन यापन ना कर शिक्षा तथा समाज के विकास के लिए कार्य करना चाहिए . उन्होंने सभी विद्यार्थियों के अंदर भाषा की अभिव्यक्ति के गुण विकसित करने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करते हुए छत्तीसगढ़ शासन के राज्यपाल माननीय सुश्री अनुसुइया उइके के द्वारा दी गई शिक्षक दिवस एवं राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में दी गई प्रेरक उद्बोधन का जिक्र करते हुए कहा कि किस तरह से वे पहले असफल हुए . फिर प्रयास करके सफल होते हुए अपने जीवन की विभिन्न मंजिल को हासिल करते हुए आज राज्यपाल बनी. यह वास्तव में सभी शिक्षकों तथा बच्चों के लिए बहुत ही प्रेरणादायक रहा।
संस्था के प्रभारी प्राचार्य जी पी लहरे द्वारा बच्चों को नियमित विद्यालय आने, कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने , अच्छे से अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया . कार्यक्रम में गांव के सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बर्मन एवं ऋषिकेश चौहान के साथ विद्यालय के व्याख्याता नीलिमा सोनी , संगीता भारद्वाज , निर्मला शर्मा और कर्मचारी प्रभात मिश्रा एवं दिलहरण ठाकुर उपस्थित थ।
मनमोहन राठौर ने अपने अंदर सकारात्मक ऊर्जा एवं समाज सेवा के गुण विकसित करने के लिए विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं को धन्यवाद देते हुए अध्ययनरत विद्यार्थियों को अच्छे से पढ़ने एवं संस्कारवान बनने के लिए प्रेरित किया.
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