100 सालों की सबसे बड़ी महामारी के खिलाफ जंग में हिमाचल चैंपियन बनकर उभरा- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मियों और कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लाभार्थियों से संवाद किया. बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने स्वास्थ्य कर्मियों से ये भी जाना कि हिमाचल प्रदेश ने कैसे वैक्सीनेशन में जीरो फीसदी वेस्टेज के रूप में काम किया. उन्होंने दुर्गम इलाकों में हिमाचल की पूरी टीम को बेहतर तरीके से वैक्सीनेशन के लिए बधाई दी. पीएम मोदी ने कहा कि पहली डोज के लिए हिमाचल ने जिस तरह से मेहनत की है, उसी तरह से दूसरी डोज के लिए भी ढील नहीं देनी है.

पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र और हिमाचल प्रदेश की सरकार लोगों के लिए हर संभव मदद देने की कोशिश कर रही है. केंद्र की योजनाएं जिसमें आयुष्मान योजना शामिल है, गंभीर बीमारियों में लोगों की मदद कर रही है. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि साथियों 100 वर्षों की सबसे बडी महामारी के विरुद्ध लड़ाई में हिमाचल प्रदेश चैंपियन बनकर सामने आया है. हिमाचल भारत का पहला राज्य बना है, जिसने अपनी पूरी एलिजिबल आबादी को कोरोना के खिलाफ कम से कम एक डोज लगा दी है. दूसरी डोज के मामले में भी हिमाचल 1 तिहाई आबादी को पार कर चुका है.

हिमाचल की सफलता ने देश का विश्वास बढ़ाया

पीएम मोदी ने कहा कि साथियों हिमाचल के लोगों की इस सफलता ने देश का विश्वास बढ़ाया है. साथ ही ये भी विश्वास दिलाया है कि आत्मनिर्भर होना कितना जरूरी है. उन्होंने कहा कि देश में वैक्सीनेशन की बेहतर स्थिति आत्मनिर्भरता का ही परिणाम है. देश आज एक दिन में सवा करोड़ टीके लगा रहा है. जितने लोगों को भारत आज एक दिन में टीके लगा रहा है, उतनी कई देशों की आबादी है. आज देश में वैक्सीनेशन ड्राइव भारत के लोगों के पराक्रम और पराकाष्ठा का ही परिणाम है.

पैरामेडिकल स्टाफ की भी पीएम ने की तारीफ

पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल के बाद सिक्किम और दादरा नगर हवेली ने शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का पड़ाव पार कर लिया है. वहीं कुछ अन्य राज्य भी इसके करीब हैं. पीएम मोदी ने कहा कि अब जिसने पहली डोज ले ली है, वो दूसरी डोज ले. पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल ने अपनी ताकत और अपने स्वास्थ्यकर्मियों पर विश्वास करके ये मुकाम हासिल किया. उन्होंने कहा कि ये तमाम साथियों के प्रयासों का परिणाम है. पीएम मोदी ने कहा कि डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ के साथ हमारी बहनों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है.

हिमाचल प्रदेश ने आज एक प्रधानसेवक के नाते ही नहीं बल्कि एक परिवार के सदस्य के नाते भी मुझे गर्व का अवसर दिया है. मैंने छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए संघर्ष करते हुए हिमाचल को भी देखा है और आज विकास की गाथा लिख रहे हिमाचल को भी देख रहा हूं. मुझे खुशी है कि लाहौल स्पीति जैसा दुर्गम जिला हिमाचल में भी शत-प्रतिशत पहली डोज़ देने में अग्रणी रहा है. ये वो क्षेत्र है जो अटल टनल बनने से पहले, महीनों-महीनों तक देश के बाकी हिस्से से कटा रहता था. हिमाचलवासियों ने किसी भी अफवाह को, किसी भी अपप्रचार को टिकने नहीं दिया. हिमाचल इस बात का प्रमाण है कि देश का ग्रामीण समाज किस प्रकार दुनिया के सबसे बड़े और सबसे तेज़ टीकाकरण अभियान को सशक्त कर रहा है.

पर्यटन को कनेक्टिविटी का फायदा

पीएम मोदी ने कहा कि सशक्त होती कनेक्टिविटी का सीधा लाभ पर्यटन को भी मिल रहा है, फल-सब्ज़ी का उत्पादन करने वाले किसान-बागबानों को भी मिल रहा है. गांव-गांव इंटरनेट पहुंचने से हिमाचल की युवा प्रतिभाएं, वहां की संस्कृति को, पर्यटन की नई संभावनाओं को देश-विदेश तक पहुंचा पा रहे हैं. हाल में देश ने एक और फैसला लिया है, जिसे मैं विशेषतौर पर हिमाचल के लोगों को बताना चाहता हूं. ये है ड्रोन टेक्नोलॉजी से जुड़े नियमों में हुआ बदलाव. अब इसके नियम बहुत आसान बना दिए गए हैं. इससे हिमाचल में हेल्थ से लेकर कृषि जैसे अनेक सेक्टर में नई संभावनाएं बनने वाली हैं.

विशेष ऑनलाइन प्लेटफॉर्म

केंद्र सरकार अब बहनों के स्वयं सहायता समूहों के लिए विशेष ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाने वाली है. सेब, संतरा, किन्नु, मशरूम, टमाटर, ऐसे अनेक उत्पादों की हिमाचल की बहनें देश के कोने-कोने में पहुंचा पाएंगी. आज़ादी के अमृतकाल में हिमाचल के किसानों और बागबानों से एक और आग्रह मैं करना चाहता हूं. आने वाले 25 सालों में क्या हम हिमाचल की खेती को फिर से organic बनाने के लिए प्रयास कर सकते हैं? धीरे-धीरे हमें chemical से अपनी मिट्टी को मुक्त करना है.

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