रायुपर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र व भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि बीजेपी के चाल और चरित्र दोनों ही संदेहास्पद है। बीजेपी की नीतियां किसान विरोधी है। एक तरफ देश का किसान पिछले लंबे समय से सड़क पर है, तो दूसरी ओर छत्तीसगढ़ का किसान खुशहाल है।
केंद्र को किसानों की चिंता रत्तीभर भी नहीं है। बीजेपी के प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने बस्तर में आयोजित चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए कहा था कि बीजेपी के कार्यकर्ता पीछे मूंड़कर थूंक दे तो सीएम बघेल व उनका मंत्री मंडल बह जाएगा। इस बयान के बाद प्रदेश ही नहीं देश में भी सियासी घमासान तेज हो गई है। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस की ओर से बीजेपी पर लगातार निशाना साध रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि बीजेपी की नीतियां ‘फूट डालो और राज करो’ की है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस और मंत्री मंडल का नहीं, बल्कि प्रदेश के किसानों का अपमान किया है। क्योंकि पूरा मंत्रिमंडल ही किसान के लिए है और सबके सब हम किसान के बेटे हैं। भाजपा ने मंत्रीमंडल पर नहीं थूका है बल्कि किसानों पर थूका है। प्रदेश से लेकर केंद्र तक भाजपा की सोच का पता चलता है कि उनके मन में किसानों और छत्तीसगढ़ियों के प्रति कितनी घृणा है। भाजपा का चिंतन शिविर मात्र दिखावा है। अपने केंद्र के बड़े नेताओं को खुश करने के लिए मुÞद्दा से भटककर किसानों को भ्रमित किया जा रहा है।
बस्तर, नक्सलवाद व विकास बीजेपी की प्राथमिकता नहीं है। बीजेपी की प्राथमिकता धर्मांतरण है। भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती प्रदेश का मुखिया एक किसान का बेटा है और किसानों के लिए बनाई नीतियां है। सीएम भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं का सम्मान किया जाता है। प्रदेश में जिस तरह से महिलाओं को इज्जत दी जाती है वो शायद कही और नहीं दी जाती होगी। सौम्यता पूर्वक बघेल के कहा कि मैं पुरंदेश्वरी जी की भी बेहद इज्जत करता हूं, वो एक महिला मैं उनका सम्मान करता हूं।
वहीं मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि मैं एक किसान बेटा हूं और बाद में किसानों का मंत्री हूं , मैं गर्व करता हूं कि मैं छत्तीसगढ़ का निवासी हूं। डी.पुरंदेश्वरी के बयान से किसानों का अपमान हुआ है। भाजपा के तीन दिवसीय चिंतन शिविर में थूक ही निकल पाया है। चिंतन शिवर में न नगरनार की बात की, न नक्सलवाद के बारे में बात की। प्रभारी के बातों से प्रदेश के किसानों की प्रति भाजपा की नफरत साफ दिख रही है। भाजपा के दिल में छत्तीसगढ़ के किसानों के प्रति क्या सोच है, छत्तीसगढ़िया के प्रति क्या सोच है,सरकार के प्रति क्या सोच है … सब कुछ साफ हो गया है।
मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि आरएसएस और भाजपा सिर्फ जलन से अपने आप को आगे बढ़ा रही है। प्रदेश की जनता ने उन्हें धरातल में फेंक दिया है उन्हें समझ जाना चाहिए कि अब वें14 सीट में सिमट कर रह गई है। मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि अभी महामारी है और डी पुरंदेश्वरी थूकने को लेकर प्रेरित किया है। इसमें कोई शिकायत करेगा तो एफआईआर हो जाएगा। ऐसा कृत्य नहीं करना चाहिए। महामारी अधिनियम में थूकना अपराध है। थूकने के लिए प्रेरित करना अपराध है। अगर कलेक्टर ने संज्ञान ले लिया तो लेने के देने पड़ जाएंगे।
शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम ने कहा कि तीन दिन के चिंतन शिविर में मात्र कमीशन की बात हुई। बस्तर के नगरनार को बेचने की बात पर चर्चा तक नहीं हुई। बेरोजगारों की बात नहीं हुई? शिक्षा की बात नहीं हुई? ऐसे भाजपा के लोग मात्र छत्तीसगढ़ को लूटने में 15 साल लगा दिए है…जो अब चिंतन कर रहे हैं। राजीव भवन में आयोजित प्रेसवार्ता को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित प्रदेश के 7 मंत्रियों ने संबोधित किया। जिसमें रविंद्र चौबे, मो. अकबर, मंत्री शिव डहरिया, मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, मंत्री कवासी लखमा, मंत्री अमरजीत भगत, मंत्री उमेश पटेल सहित अन्य कांग्रेसी नेता रहे मौजूद।
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