अयोध्या,18 फ़रवरी 2025/ राम मंदिर परिसर में भीड़ के बीच उड़ रहे ड्रोन को मार गिराया है। सोमवार शाम गेट नंबर-3 पर ड्रोन उड़ता हुआ पहुंच गया था। उस वक्त रामलला के दर्शन के लिए जबरदस्त भीड़ थी।
सूत्रों के मुताबिक, एंटी-ड्रोन सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया। इसके बाद सुरक्षा कर्मी अलर्ट हो गए। बम स्क्वॉड टीम को बुलाया गया। ड्रोन की जांच की गई। ड्रोन कैमरा उड़ाने वाले की तलाश की जा रही है।
अयोध्या पुलिस को शक है कि यह भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है, क्योंकि राम मंदिर क्षेत्र में ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है। यहां तक कि हवाई जहाज तक को मंदिर के ऊपर से उड़ने की परमिशन नहीं है।
पुलिस ने ही FIR कराई, कहा- भगदड़ मचाने की साजिश हो सकती है
अयोध्या के कटरा चौकी इंचार्ज सुनील कुमार ने राम जन्मभूमि थाने में इस मामले में FIR दर्ज कराई है। इसमें उन्होंने कहा- 17 फरवरी की शाम 7 बजे राम मंदिर परिसर में ड्यूटी पॉइंट, बैचिंग प्लांट के पास किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा ड्रोन कैमरे को प्रतिबंधित क्षेत्र में उड़ाते हुए जानबूझकर गिराया गया।
ऐसी आशंका है कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए ड्रोन गिराया गया है, ताकि मंदिर परिसर में भगदड़ मच जाए और जनहानि हो जाए। महाकुंभ के चलते इस वक्त भारी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं।
2.5km रेडियस में उड़े ड्रोन को खींच लेता है एंटी-ड्रोन सिस्टम
CO अयोध्या आशुतोष तिवारी ने इस मामले में कहा-ड्रोन आसपास के किसी शादी समारोह से जुड़ा हो सकता है। राम मंदिर का एंटी-ड्रोन सिस्टम ढाई किमी के रेडियस में कोई भी उड़ता हुआ ड्रोन अपनी तरफ खींच लेता है। इस मामले में क्या हुआ है। इसकी जांच की जा रही है।
राम मंदिर के आसपास ड्रोन उड़ाने की परमिशन नहीं
राम मंदिर और आसपास ड्रोन प्रतिबंधित है। ड्रोन उड़ाने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती है। यहां तक की राम मंदिर के ऊपर से विमान उड़ाने तक की अनुमति नहीं है। राम मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी SSF यानी स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के हाथों में हैं। 200 जवान मंदिर की सुरक्षा में तैनात हैं।
अयोध्या में NSG हब बनाने की तैयारी
22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से हर दिन करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। मंदिर पर आतंकी हमले को लेकर धमकियां भी मिलती रहती हैं। ऐसे में अयोध्या की सुरक्षा को पूरी तरह दुरुस्त करने के लिए यहां NSG का हब बनाने की तैयारी है।
NSG यूनिट विशेष हथियार (स्पेशलाइज्ड वेपन) और एंटी ड्रोन तकनीक से लैस होगी। मंदिर परिसर में 11 करोड़ की लागत से इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है। इसमें पुलिस, CRPF, SSF और खुफिया संगठनों के बैठने की व्यवस्था होगी।
मंदिर को बम से उड़ाने की धमकियां भी मिल चुकी हैं
22 अगस्त 2024- श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के हेल्प डेस्क मोबाइल नंबर पर वॉट्सऐप के माध्यम से धमकी दी गई थी। धमकी भरे संदेश में लिखा गया, ‘बहुत जल्द वे मंदिर को नष्ट कर देंगे और मस्जिद बनाएंगे…, मंदिर को 4000 किलो RDX से नष्ट कर दिया जाएगा…।’ इस मामले में UP ATS ने 14 सितंबर को बिहार के भागलपुर से मोहम्मद मकसूद नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया था। प्रारंभिक पूछताछ में मालूम हुआ कि मकसूद राम मंदिर निर्माण से गुस्सा था।
28 मई 2024- पहले एक ID से इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई। फिर 112 पर कॉल आई। राम मंदिर को उड़ाने की धमकी मिलते ही पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट और सर्विलांस टीम को तुरंत एक्टिव किया। दहशत न फैले, इसलिए पुलिस ने अंदरखाने जांच की। जांच में धमकी देने वाले की लोकेशन कुशीनगर की निकली। पुलिस ने धमकी देने वाले बलुआ तकिया क्षेत्र के रहने वाले एक 16 साल के किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआती जांच में पता चला कि नाबालिग मानसिक तौर पर स्वस्थ नहीं है।
11 नवंबर, 2024- खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। कहा था- हम हिंदुत्ववादी विचारधारा की जन्मस्थली अयोध्या की नींव हिला देंगे।