0 पतंजलि योगपीठ के आजीवन सदस्य चिकित्सक वैद्य डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने बताये आहार से सुस्वास्थ्य पाने के उपाय ।
0 आहार को संतुलित रखकर रहा जा सकता है आजीवन निरोगी -डॉ. नागेन्द्र शर्मा
0 आहार से बड़ी कोई औषधि धरती पर नहीं – डॉ.नागेन्द्र शर्मा
0 भोजन में असंतुलन एवं श्रम का अभाव रोगोत्पत्ति का मूल कारण – डॉ.नागेंद्र शर्मा।
कोरबा 1 सितम्बर (वेदांत समाचार)। महिला पतंजलि योग समिति छत्तीसगढ़ द्वारा दिनांक 31 अगस्त 2021 मंगलवार को चतुर्थ वर्चुअल ऑन लाइन सह योग प्रशिक्षण शिविर में आहार से सुस्वास्थ्य पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे पतंजलि योगपीठ हरिद्वार उत्तराखंड के आजीवन सदस्य, पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से प्रशिक्षित प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ वैद्य डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने सुस्वास्थ्य के लिये आयुर्वेदानुसार आहार के विषय में विस्तार से बताते हुये आहार को इस धरती पर सबसे बड़ी औषधि बताया। साथ ही उन्होंने आयुर्वेद के महर्षि आचार्य चरक के अनुसार भोजन करने के दस नियम तथा आयुर्वेद के महर्षि आचार्य सुश्रुत के अनुसार प्रकृतिनुसार, कालानुसार एवं रोगानुसार किसे किस परिस्थिति में कैसा किस तरह का भोजन करना चाहिये से संबंधित 12 नियमों को भी विस्तार से बताते हुये भोजन के असंतुलन तथा श्रम के अभाव को रोगों का मूल कारण बताते हुये कहा की यदि हम अपने आहार को संतुलित रखें तो हम आजीवन निरोगी रह सकते हैं।
इस वर्चुअल चतुर्थ सह योग प्रशिक्षण कार्यक्रम में पतंजलि महिला योग समिति की छत्तीसगढ़ राज्य प्रभारी सुश्री जया मिश्रा, सह राज्य प्रभारी गंगा अग्रवाल, राज्य कार्यकारिणी सदस्या हेमलता साहू तथा ममता साहू, राज्य सोशल मीडिया प्रभारी गीतांजलि पटनायक, कोरबा जिला सोशल मीडिया प्रभारी विंद्रा चौहान,योग शिक्षिका सूर्यकांता कश्यप एवं शर्मिला नायक के अलावा प्रशिक्षार्थी मीना श्रीवास्तव कोंडागांव, मेघा यादव तथा श्वेता गुप्ता बिलासपुर, रिचा अग्रवाल तथा सरिता बोस राजनांदगांव, कविता सोनी रतनपुर, चेतना साव तमनार, रीना तारकरे तथा गोदावरी देवी डोंगरगढ़ एवं संध्या तिवारी बाल्को के अलावा पूरे छत्तीसगढ़ से बड़ी संख्या में सह योग प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण ले रही माताएं एवं बहने विशेष रूप से उपस्थित रही।
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