दिल्ली में स्कूल खुलने पर डिप्टी CM मनीष सिसोदिया बोले- जिन पेरेंट्स को डर है, वो बच्चों को स्कूल ना भेजें; जारी रहेंगी ऑनलाइन क्लासेस

दिल्ली में 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के स्कूल आज से खुल (Delhi School Reopen) गए हैं. इस मौके पर दिल्ली के डिप्टी सीएम (Deputy CM Manish Sisodia) और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि देशभर के ज्यादातर राज्यों में स्कूल खुल गए हैं. हमने अभिभावकों से बात की और एक्सपर्ट से बात की उसके बाद स्कूल खोलने का फैसला किया है.

मनीष सिसोदिया ने कहा कि जिन अभिभावकों (Parents) को डर है, वे अपने बच्चों को स्कूल ना भेजें. उनके लिए ऑनलाइन क्लास (Online Classes) की सुविधा जारी रहेगी. किसी को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा. किसी को अनुपस्थित नहीं माना जाएगा. बच्चे हम सब के हैं और बच्चों की पढ़ाई पर हमें कितना रिस्क लेना है, ये हमें खुद तय करना है. सरकार ने पाबंदियां हटाई है लेकिन हम किसी स्कूल को खोलने के लिए बाध्य नहीं करेंगे.

स्कूल बंद करने का फैसला आधे घंटे में लिया जा सकता

डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि बाकी क्लासेज के लिए 8 दिन के बाद ये अनुभव देखने के बाद फैसला करेंगे कि किस तरीके की चुनौतियां सामने आ रही हैं. वहीं अगर कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो बंद करने का फैसला आधे घंटे में लिया जा सकता है.

कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद स्कूल खुलने पर प्रबंधन ने काफी तैयारी की है. जानकारी के अनुसार स्कूलों के मेडिकल रूम को आपातकालीन स्थिति में आइसोलेशन रूम में बदल दिया गया है. कुछ स्कूलों में ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसंट्रेटर की व्यवस्था भी की गई है.

एक क्लास में 9-12 छात्र ही बैठेंगे

वहीं जो बच्चे अभी स्कूल नहीं आना चाहते उनके लिए ऑनलाइन क्लास चलती रहेंगी. स्कूल निर्देशों के अनुसार एक क्लास में 9 से 12 बच्चों को ही बैठाया जाएगा.  क्लास में ज्यादा बच्चे आ जाने पर स्कूल में ऑड-ईवन सिस्टम भी लागू किया जा सकता है. पिछले जनवरी से 10-12वीं के लिए और फरवरी में 9वी और 11वीं के बच्चों के लिए स्कूल खलोने गए थे. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए स्कूलों को फिर से बंद कर दिया गया था.

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