नई दिल्ली New Research on COVAXIN । देश में निर्मित कोरोना वैक्सीन COVAXIN को लेकर Indian Council of Medical Research (ICMR) ने नया दावा किया है। नए शोध के आधार पर ICMR ने कहा कि जो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, उनके लिए COVAXIN कोरोना वैक्सीन की एक ही डोज पर्याप्त है। आईसीएमआर ने दावा किया कि जो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, उन लोगों में कोवैक्सीन असर दोगुना असरदार है। इसका मतलब यह है कि जो लोग अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हुए हैं, उन्हें COVAXIN की दोनों डोज लेना जरूरी है, जबकि संक्रमित हो चुके लोगों में एक ही डोज COVAXIN के दो डोज के बराबर असरदार है।
ICMR ने अपने शोध के दौरान पाया कि जो लोग कोविड -19 से संक्रमित हुए हैं और COVAXIN की एक खुराक लेते हैं, उनमें वैक्सीन की दो खुराक लेने वाले अप्रभावित लोगों के समान ही एंटीबॉडी होते हैं। ICMR ने फरवरी और मई के बीच चेन्नई में BBV152 वैक्सीन लगाने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स से ब्लड सैंपल लिए थे। इस सैंपल सर्वे के आधार पर आईसीएमआर ने यह दावा किया है।
वैक्सीन से कम होगी मौत की संभावना
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने भी बताया है कि वैक्सीन कोरोना महामारी से होने वाली मौत की संभावना को 99 फीसदी तक कम कर देती है। भार्गव ने कहा कि वैक्सीन बीमारी में सुधार लाने के लिए है, न कि इसे रोकने के लिए। ICMR के महानिदेशक ने कहा कि कोई भी कोरोना वैक्सीन बीमारी की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती होने की संभावना को कम करती है।
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