अंबिकापुर में 60 साल की महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। सोमवार को महिला शांति पटेल का शव सुभाषनगर इलाके में स्थित घर में मिला। शव के पैर बेल्ट से बंध हुए थे। गले पर धारदार हथियार का घाव था और फर्श पर खून बिखरा पड़ा था। पुलिस ने एक दो दिन पहले हत्या होने की आशंका जताई है। घटना स्थल पर एसपी अमित कांबले व एएसपी चंचल तिवारी समेत फारेंसिंक एक्सपर्ट संजय सिंह ने जांच की।
वाड्रफनगर निवासी शांति पटेल रिश्तेदार विक्रम पटेल ने बताया, वे अक्सर उनसे मिलने आते थे। सोमवार शाम जब वो आए तो हत्या का पता चला। शांति रिश्ते में उनकी मौसी लगती थीं। उनकी एक बेटी है, जो दिल्ली में रहती है। वे पहले टीचर थीं, लेकिन पहले ही रिटायरमेंट ले लिया था। शांति का कोरबा में एक पेट्रोल पंप और मकान है। पहले वे कोरबा में ही रहती थीं। मकान का एक हिस्सा किराए पर है, जिसमें एक परिवार रहता है। किराएदार से उनका विवाद चल रहा है। करीब चार साल पहले चेक बाउंस होने से महिला पर धोखाधड़ी का केस हुआ था। इससे वे जेल चली गईं थी। जेल से छूटने के बाद वे यहां आके रहने लगीं।
कोरबा में कुछ लोगों से विवाद
विक्रम पटेल ने बताया, शांति पटेल के पति की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। कोरबा के कुछ लोगों से विवाद होने के बाद वे अंबिकापुर में रहने लगीं। रिश्तेदार कोरबा में चल रहे विवाद को लेकर हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस लूट के इरादे से मामले को जोड़कर देख रही है। महिला की कार गायब है, लेकिन अलमारी में हजारों रुपए कैश सुरक्षित है। हत्या की वजह पता नहीं चल पाई है।
कातिल का मिला सुराग
पुलिस को जांच में महिला के बेडरूम व डायनिंग हॉल में चारों तरफ खून फैला हुआ मिला था। शव के पैर को बेल्ट से बांधा गया था। चेहरे को दुपट्टे से बांधा गया था। आंगन से पहसूल (सब्जी काटने का औजार) एक चाकू मिला है। दोनों पर खून लगा हुआ है। संभावना है कि इसी से हमलावरों ने गले को रेता होगा। कमरे में नंगे पैर के निशान मिले हैं।
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