रायपुर । शहर से लगे भाठागांव, खुड़मुड़ा घाट के पास केले की बाड़ी के ऊपर से गुजरा बिजली तार रविवार शाम को अचानक टूटकर गिर गया। करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से वहां चर रहीं 10 भैंसों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी देर रात तक बिजली कंपनी के अधिकारियों को नहीं थी।
अधिकारियों ने कहा कि घटना की जानकारी ले रहे हैं, उसके बाद ही कुछ कह पाएंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, मृत भैंसें आस-पास के ग्रामीणों की बताई जा रही हैं। बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर शहर आरए पाठक से संपर्क करने पर उन्होंने भी घटना की जानकारी नहीं होने की बात कही। उन्होंने कहा कि मामले का पता लगवा रहा हूं।
मवेशी पालकों को मिलेगा मुआवजा
बिजली कंपनी की ओर से तारों और खंभों की उचित देखरेख न होने के कारण आए दिन बिजली दुर्घटना से लोगों के साथ मवेशियों की जानें जा रही हैं। ज्यादातर घटनाएं खेतों में बिजली प्रवाहित तार के गिरने से होती है। कई जगहों पर खंभे एकदम जर्जर हालात में हैं, तो कहीं बिजली के तार बहुत नीचे तक लटके हुए हैं। ऐसे हादसे में जान गंवाने पर मृतकों के स्वजनों को मुआवजा देने का प्रावधान है।
गाय, भैंस आदि की करंट से मौत होने पर प्रत्येक पर 32 हजार आठ सौ रुपये का मुआवजा बिजली विभाग देता है। बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर शहर आरए पाठक ने कहा कि करंट की चपेट में आकर मृत भैंसों के मालिकों को निर्धारित मुआवजा दिलाया जाएगा। इसके साथ ही व्यवस्था में भी सुधार किया जाएगा।
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