Career Guidance: कोविड के चलते इन क्षेत्रों में बढ़ी नौकरी की डिमांड, ऑनलाइन कर सकेंगे कमाई

कोरोना वायरस के चलते लगभग हर क्षेत्र पूरी तरह प्रभावित हुए हैं. जहां एक और कई क्षेत्रों को कोरोना काल में मुश्किलों का सामना करना पड़ा है वही कुछ चीजें अच्छी भी हुई है. कोविड-19 के चलते लगे लॉकडाउन के कारण ज्यादातर फील्ड अब पूरी तरह से डिजिटल (Digital) हो गए हैं. यही वजह है कि हर क्षेत्र में डिजिटल प्लेटफार्म पर काम करने वालों की डिमांड भी बढ़ने लगी है. यहां ऐसे ही कुछ प्लेटफार्म और कोर्स के बारे में बताएंगे जिनकी डिमांड काफी तेजी से बढ़ी है.

हेल्थकेयर मैनेजमेंट (Healthcare Management)- कोविड-19 के दौरान हेल्थकेयर एक अहम फील्ड के रूप में सामने आया है. हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के लिए सपोर्टिंग स्टाफ बहुत जरूरी होता है. जैसे हेल्थकेअर असिस्टेंट, फार्मेसी तकनीशियन, डेंटल असिस्टेंट, लैब असिस्टेंट और होम हेल्थ केयर असिस्टेंट आदि. इन सभी प्रोफेशनल के लिए पेशेंट एजुकेशन और डाटा एंट्री की जानकारी होना जरूरी है. इन प्रोफेशनल्स की डिमांड सबसे ज्यादा बढ़ी है.

ई-कॉमर्स (E-Commerce)- कोविड के चलते ज्यादातर व्यापार अब ऑनलाइन ही किए जा रहे हैं. इसके चलते ई-कॉमर्स बिज़नेस एसोसिएट्स, सप्लाई चैन एसोसिएट्स, पैकेज हैंडलर्स और पर्सनल शॉपर्स की मार्केट में बहुत डिमांड है. इस फील्ड में टाइम मैनेजमेंट (Time Management), कस्टमर सर्विस (Customer Service) और लीडरशिप (Leadership) स्किल्स (Skills) का होना बहुत जरुरी माना जाता है.

डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing)-  ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर वस्तुओं या सेवाओं की खरीदारी-बिक्री की कमान डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल के हाथों में ही रहती है. इसलिए आप यहां डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट, सोशल मीडिया मैनेजर और सर्च इंजन ओप्टेमाइजर स्पेशलिस्ट के तौर पर काम कर सकते हैं. इस फील्ड के लिए डिजिटल स्ट्रैटजी, प्रोडक्ट मार्केटिंग और ब्रांड मैनेजमेंट की जानकारी बहुत जरूरी है. मार्केटिंग के नए फॉर्मेट का तेजी से विस्तार हो रहा है.

डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing)- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर वस्तुओं या सेवाओं की खरीदारी-बिक्री की कमान डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल के हाथों में ही रहती है. इसलिए आप यहां डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट, सोशल मीडिया मैनेजर और सर्च इंजन ओप्टेमाइजर स्पेशलिस्ट के तौर पर काम कर सकते हैं. इस फील्ड के लिए डिजिटल स्ट्रैटजी, प्रोडक्ट मार्केटिंग और ब्रांड मैनेजमेंट की जानकारी बहुत जरूरी है. मार्केटिंग के नए फॉर्मेट का तेजी से विस्तार हो रहा है.

ई-एजुकेशन (E-Education)- कोविड में स्कूल से लेकर कॉलेज तक, सभी जगह एजुकेशन भी अब पूरी तरह ऑनलाइन हो चुकी है. इस फील्ड के लिए टीचिंग असिस्टेंट, स्कूल टीचर्स, प्रोफेसर्स और Curricular Developers की डिमांड भी बहुत ज्यादा बढ़ गई है. साथ ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डिजिटल स्ट्रेटेजी मेकर, लेसन प्लानिंग और टाइम मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की भी आजकल बहुत डिमांड है.

ई-एजुकेशन (E-Education)- कोविड में स्कूल से लेकर कॉलेज तक, सभी जगह एजुकेशन भी अब पूरी तरह ऑनलाइन हो चुकी है. इस फील्ड के लिए टीचिंग असिस्टेंट, स्कूल टीचर्स, प्रोफेसर्स और Curricular Developers की डिमांड भी बहुत ज्यादा बढ़ गई है. साथ ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डिजिटल स्ट्रेटेजी मेकर, लेसन प्लानिंग और टाइम मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की भी आजकल बहुत डिमांड है.

डाटा साइंस (Data Science):- आजकल लगभग सभी छोटी-बड़ी कंपनियों को डाटा एकत्र करने और उसके विश्लेषण (Analysis) के लिए डाटा साइंटिस्ट और डाटा एनालिस्ट की जरूरत है. ये एक्सपर्ट्स (Experts) एकत्रित किए गए विभिन्न प्रकार के डाटा से कंपनियों को ऐच्छिक रिजल्ट मुहैया कराते हैं. लगभग हर बड़े-छोटे इंडस्ट्री में इसके डिमांड बढ़े हैं.

डाटा साइंस (Data Science):- आजकल लगभग सभी छोटी-बड़ी कंपनियों को डाटा एकत्र करने और उसके विश्लेषण (Analysis) के लिए डाटा साइंटिस्ट और डाटा एनालिस्ट की जरूरत है. ये एक्सपर्ट्स (Experts) एकत्रित किए गए विभिन्न प्रकार के डाटा से कंपनियों को ऐच्छिक रिजल्ट मुहैया कराते हैं. लगभग हर बड़े-छोटे इंडस्ट्री में इसके डिमांड बढ़े हैं.

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