कोरोना का बढ़ता खतरा में मुहर्रम और गणेश चतुर्थी जुलूसों पर रोकई

 कर्नाटक 13 अगस्त (वेदांत समाचार) कर्नाटक में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने राज्य में बड़े पैमाने पर जुलूसों में बैन लगा दिया है। सावन के शुभ महीने में एक के बाद लगातार त्योहार पड़ते हैं। इन त्योहारों में लोग एक दूसरे से मिलने जाते हैं और बाजारों आदि में भी भीड़ लगती है। इस वजह से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका और भी ज्यादा बढ़ जाती है। इन्हीं हालातों से निपटने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। कर्नाटक में सभी जिला अधिकारियों को उत्सव के दौरान स्थानीय स्तर पर प्रतिबंध लगाने की खुली छूट दी गई है और धार्मिक, सांस्कृतिक, मनोरंजन मण्डली/ जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

नई गाइडलाइन का सेट जारी

कर्नाटक सरकार ने त्योहारों के लिए विस्तृत COVID-19 दिशानिर्देशों का एक नया सेट जारी किया, मुहर्रम और गौरी-गणेश त्योहारों से जुड़े सभी प्रकार के जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन दोनों त्योहारों में संबंधित समुदायों के लोग जमकर जुलूस निकालते हैं। इन दोनों त्योहारों के चलते कम से कम 10 दिनों तक लगातार बड़ी संख्या में लोग जमा होते हैं।

नमाज के दौरान होगा कोरोना नियमों का पालन

नए दिशानिर्देशों के अनुसार, राज्य सरकार ने कहा कि मुहर्रम से जुड़ी सभी नमाज़ मस्जिदों में सख्ती से COVID-19 नियमों का पालन करते हुए होगी। राज्य सरकार ने पंडालों की स्थापना करके गणेश चतुर्थी के सार्वजनिक उत्सव पर प्रतिबंध लगाया है। आदेश में कहा गया है, “लोगों को अपने घरों में त्योहार मनाना चाहिए और गणेश की मूर्ति लाते समय या मूर्तियों के विसर्जन के दौरान किसी भी तरह के जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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