इंसान हो या जानवर, हर कोई अपनी बेसिक कामों को लेकर जानकार होते हैं. जैसे इंसान वॉशरूम में पेशाब करने जाते हैं तो जानवरों के भी इसके लिए अलग अलग नियम होते हैं. आपने देखा होगा कि आपके आस-पास के जानवरों के पेशाब करने के अलग अलग नियम होते हैं. लेकिन, कुछ बंदर ऐसे होते हैं, जो कई बार यूरिन करते वक्त पेशाब में अपने हाथ धोते हैं और इसे अपने शरीर पर लगाते हैं. आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर बंदर ऐसा क्यों करते हैं…
बंदर के ऐसा करने के पीछे भी खास वजह होती है, क्योंकि वो हर बार ऐसा नहीं करते हैं. एक खास टाइम पर बंदर ऐसा करते हैं. ऐसे में जानते हैं कि आखिर बंदर ऐसा क्यों करते हैं और उनके ऐसा करने के पीछे क्या वजह होती है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं…
यूरिन का क्या करते हैं बंदर?
वैसे तो अन्य जानवरों की तरह बंदर भी सामान्य तरह से पेशाब करते हैं. लेकिन, कई बार बंदर अपने हाथ और पांव पर पेशाब करते है. अपने हाथों को पेशाब में गीला करने के बाद ये बंदर इसे अपने शरीर पर लगा लेते हैं और वो ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि वो चाहते हैं कि उनके शरीर से पेशाब की बदबू आए. आप भी सोच रहे होंगे कि ऐसा करने से उन्हें क्या मिलेगा, जिस वजह से वो ऐसा करते हैं. वैसे यह वजह ही सबसे खास है…
ऐसा करते क्यों हैं?
दरअसल, हर इंसान हो या जानवर, हर कोई अपने अपॉजिट जेंडर को इंप्रेस करने की कोशिश करता है. जानवरों की स्टाइल अलग होती है और इसमें भी हर जानवर अलग अलग तरीके से रोमांस करते हैं. साथ ही जब वो प्रजनन या सेक्स को लेकर उत्तेजित होते हैं तो अलग अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में बंदर ये काम मादा बंदर को खुश करने के लिए ऐसा करते हैं.
बीबीसी अर्थ की एक रिपोर्ट के अनुसार, जब भी बंदर सेक्स के लिए उत्साहित होते हैं तो वो ऐसा करते हैं. ऐसा करने से मादा बंदर उनकी तरफ आकर्षित होती हैं और यहां तक कि जब बंदर को ऐसा लगता है कि मादा उनकी तरफ आकर्षित हो रही है तो वो बार-बार ऐसा करते हैं और कई रिपोर्ट में सामने आया है कि यह काफी असर भी करता है. एक रिसर्च में पता चला है कि नर बंदर अपनी उपलब्धता और महिलाओं के प्रति आकर्षण का संकेत देने के लिए खुद के शरीर पर पेशाब लगाते हैं. बता दें कि ये आदत ज्यादातर Capuchin बंदर में होती है.
अमेरिकन जर्नल ऑफ प्राइमेटोलॉजी में छपी एक रिपोर्ट में डॉक्टर किम्बरली फिलिप्स का कहना है कि बंदरों की तरह कुछ और प्रजातियां भी हथेली में पेशाब करते हैं और इसे पैरों और शरीर के अलग अलग हिस्सों में जोर से रगड़ते हैं. कहा जाता है कि इससे नर बंदर के सेक्सुअल स्टेट्स के बारे में मादा बंदर को कैमिकल इंफोर्मेशन मिल जाती है. इससे दोनों एक दूसरे के करीब आते हैं.
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