रायपुर 12 अगस्त (वेदांत समाचार) । Corona Third Wave: कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए राजधानी के पंडरी स्थित जिला अस्पताल में 22 बिस्तरों का प्री-फेब्रिकेटेड पोर्टेबल अस्पताल तैयार किया गया है। चार आइसीयू और 18 बिस्तर तैयार हैं। इसे इस ढंग से बनाया गया है कि जरूरत पड़ने पर 18 बिस्तरों को भी आइसीयू में बदला जा सके। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि चार कंटेनर में तैयार इस पूरे अस्पताल को जरूरत पड़ने पर कहीं भी शिफ्ट किया जा सकता है। वर्तमान में कोरोना के काफी कम केस आ रहे हैं।
ऐसे में इसमें अन्य अन्य बीमारियों के मरीजों को भर्ती करने के लिए खोलने की तैयारी चल रही है। प्रबंधन के मुताबिक अस्पताल में पहले से 18 बिस्तरों का वार्ड कोरोना मरीजों के लिए रखा गया है। परिसर में ही 30 बिस्तरों अलग से तैयार हो रहे अस्पताल में भी कुछ काम बचे हैं। जिसे जल्द ही पूरा किया जाएगा। वहीं अस्पताल के दूसरे मंजिल में 20 बिस्तरों का आइसोलेशन सेंटर बनाने की तैयारी है। लेकिन इसके निमार्ण की शुरुआत होने में करीब तीन महीने लगेंगे।
टेबल न होने से लटका पोस्टमार्टम
इधर, जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम शुरू करने की तैयारी है। इसमें भवन से लेकर अन्य तैयारियां हो चुकी हैं। लेकिन पोस्टमार्टम के लिए सर्जिकल टेबल न होने की वजह से अब तक प्रक्रिया की शुरुआत नहीं हुई है। अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक सीजीएमएससी से एनओसी के बाद जल्द ही इसका टेंडर निकालेंगे। शुरू होने में कम से कम दो महीने और लगने की बात कही जा रही है।
प्री-फेब्रिकेटेड अस्पताल पर एक नजर
22 बिस्तरों की व्यवस्था
4 कंटेनर में तैयार किया गया है अस्पताल
6 बिस्तर एक कंटेनर में लगाए गए हैं
4 बिस्तर आइसीयू के हैं
जिला अस्पताल की स्थिति को समझें
220 बिस्तरों का अस्पताल है वर्तमान में
120 पंडरी परिसर में और 100 बिस्तर कालीबाड़ी में
90 की अतिरिक्त सुविधा के बाद होंगे 310 बिस्तर
वर्जन
22 बिस्तरों का प्री फेब्रिकेटेड अस्पताल बनकर तैयार है। अभी कोरोना के केस कम है। यदि जरूरत पड़ी तो इसे अन्य बीमारी के मरीजों को भर्ती करने में अस्पताल का उपयोग कर सकते हैं। पोस्टमार्टम के लिए टेबल नहीं है। शुरू होने में कम से कम दो महीने लगेंगे।
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