एसईसीएल कुसमुण्डा क्षेत्र अंतर्गत विकास नगर एम-15 में निवास करने वाले लोडर ऑपरेटर रमेश कुमार यादव के एक रूम के छत का प्लास्टर बीते बुधवार की देर शाम अचानक भरभरा का गिर पड़ा। गनीमत यह रही का जब ये घटना हुई तब पूरा परिवार अन्य कमरे में बैठा हुआ था, परिवार के मुखिया रमेश कुमार यादव ने बताया कि उनके घर पर उनकी माँ है जो उनके छोटे से बच्चे के साथ अक्सर उसी कमरे में बैठती है, जब यह घटना हुई उससे कुछ देर पहले वे वँहा से हटे थे। सभी सामने आंगन में बैठे हुए थे की अचानक से जोरदार आवाज हुई, अंदर जाकर देखा तो कमरे के एक बड़े हिस्से का प्लास्टर भरभरा कर नीचे बिस्तर व जमीन पर गिरा हुआ था। सभी बेहद डरे हुए है क्योंकि कल इस टूटे हुए प्लास्टर की मरम्मत तो हो जाएगा पर आगे पल-पल फिर कभी कुछ फिर गिर जाने वाले डर का ईलाज कैसे होगा।
जिस तरह से आये दिन एसईसीएल के क्वार्टरो के प्लास्टर गिर रहे हैं, कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। बीते कई दशक पूर्व बने ये सभी क्वाटर बेहद जर्जर हो चुके हैं, इन्ही क्वार्टरो की मरम्मत पर करोड़ो रूपये खर्च भी हो चुके है औऱ किस तरह से काम हुए हैं इसका परिणाम सभी के सामने है। हालांकि ये कहना भी गलत नहीं होगा कि बूढ़ी हड्डियों कितना भी मांस चढ़ा लो हड्डियां वह अब जवान नही होंगी। वही हाल यँहा क्वार्टरो का भी हैं। क्वार्टरो की उधड़ी हुई प्लास्टर अपने भीतर के सड़े हुए सरिया को दिखा दिखा कर कह रही है कि अब बस मुझ पर रहम करो। एसईसीएल के पास भी फिलहाल मरम्मत के सिवाय कोई चारा नही है। हाँ बस वो चारा सही हो जाए तो कर्मचारियों की तकलीफ कम जरूर हो सकती है।
[metaslider id="347522"]