हिमाचल प्रदेश,02 मार्च 2025। भारी बारिश और हिमपात के कारण शनिवार को भूस्खलन हुआ। सड़कें जाम हो गईं, जिससे राज्य में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, जबकि उत्तर भारत के कई अन्य हिस्सों में बारिश हुई। उत्तराखंड के चमोली जिले में हिमस्खलन में फंसे 50 श्रमिकों को बचा लिया गया, लेकिन उनमें से 4 की शनिवार को मौत हो गई। बचाव दल शेष 5 श्रमिकों को बचाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहा है।
भूस्खलन के बाद बंद हो गया ता हाईवे
रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण 270 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुवार शाम को रामबन जिले में भारी हिमपात और भूस्खलन की कई घटनाओं के कारण बंद हो गया था, लेकिन मौसम में सुधार होने और सड़क से मलबा हटाने के बाद इसे छोटे वाहनों के लिए फिर से खोल दिया गया।
4 श्रमिकों की हुई मौत
दिल्ली, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार को बारिश हुई। उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में सीमा सड़क संगठन (BRO) के शिविर में हिमस्खलन के कारण बर्फ के नीचे 55 श्रमिकों के दबने की घटना के एक दिन बाद शनिवार तक 50 श्रमिकों को बाहर निकाल लिया गया है, लेकिन उनमें से 4 की शनिवार को मौत हो गई। बचाव दल शेष पांच श्रमिकों की तलाश में जुटा है।
बीआरओ शिविर के पास हुआ हिमस्खलन
सेना के अनुसार, शुक्रवार सुबह 5:30 से छह बजे के बीच माणा और बद्रीनाथ के बीच बीआरओ शिविर के पास हिमस्खलन हुआ, जिससे आठ कंटेनर और एक शेड के अंदर 55 श्रमिक दब गए। शुक्रवार रात तक 33 लोगों को बचा लिया गया। शुक्रवार को बारिश और हिमपात के कारण बचाव कार्य में बाधा उत्पन्न हुई और रात होने के कारण अभियान स्थगित कर दिया गया था।