कोरबा। जिले के कटघोरा राजस्व सब डिविजन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में स्थित एक निजी बिजली घर में दर्दनाक हादसा हो गया। यहां गर्म कोयला के संपर्क में आने से तीन कर्मी झुलस गए। उन पर काम के दौरान कोयला आ गिरा। आनन-फानन में उन्हें स्थानीय स्तर पर उपचार दिलाने के बाद जिला अस्पताल भेज दिया गया। यहां पर पीड़ितों का उपचार चल रहा है। सूचनाओं के अनुसार ट्रेलर ने कोयला समेत राखड़ को लोड किये जाने के दौरान यह हादसा रतीजा स्थित एक निजी बिजली घर में हुआ। बताया गया कि इस इलाके में सीमित क्षमता वाला बिजली घर संचालित किया जा रहा है। यह थर्मल आधारित है। यहां पर बिजली उत्पादन की प्रक्रिया के लिए प्रतिदिन कोयला का उपयोग होता है।
इसकी पूर्ति नजदीक की एसईसीएल की खदानों से होती है। घटना को लेकर जो जानकारी मिली, उसमें कहा गया कि लोडर से कोयला और राख को ट्रेलर ने लोड करने के दौरान हादसा हुआ। दावा है कि लोड किया जा रहा कोयला पहले से ही खतरनाक स्थिति में था और उसमें से धुंआ निकल रहा था। लोडिंग के दरम्यान हाइड्रा के बकेट से कोयला और राख की काफी मात्रा नीचे आ गिरी। नतीजा यह हुआ कि नीचे जो कर्मी उस समय काम कर रहे थे, उनमें से चार इसकी चपेट में आ गए। इस घटना में मुंशी शिवकुमार सोनी, आपरेटर महेन्द्र प्रसाद पांडेय, ट्रेलर चालक जशीम अंसारी झुलस गए। इनके शरीर के काफी हिस्से पर असर पड़ा। घटना से यहां पर हायतौबा की स्थिति निर्मित हो गई। मामले की जानकारी होने पर उद्योग प्रबंधन सख्ते में आ गया। आनन फानन में पीड़ितों को वाहन के जरिये नजदीक के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें चिकित्सा दी गई। हालात को गंभीर देखते हुए पीड़ितों को यहां से कोरबा के जिला अस्पताल भेज दिया गया था।
दीपका टीआई अविनाश सिंह ने बताया कि पीड़ितों का उपचार कराया जा रहा है। इस मामले में प्रार्थी के सामने आने पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया है कि प्लांट के सामने एक स्थान पर कोयला पड़ा हुआ है। पिछले 12 साल से उसकी उपस्थिति और उसमें आग लगे होने का दावा किया जा रहा है। इसी कोयला को यहां से हटाकर सामने सड़क के गड्ढों को पाटने के लिए भेजा जा रहा था। उसी समय घटना हुई।
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