Tokyo Olympics: भारत की लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) को टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) की महिला मुक्केबाजी की 69 किग्रा स्पर्धा में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा है. लवलीना बोरगोहेन भारत की केवल तीसरी बॉक्सर बनी हैं जिनके नाम ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने का कमाल दर्ज है. इसके अलावा वो ओलंपिक में बॉक्सिंग में भारत को मेडल दिलानी वाली केवल दूसरी महिला बॉक्सर हैं. लवलीना से पहले ऐसा कमाल सिर्फ मैरी कॉम ने किया था. लवलीना को तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली (Lovlina Borgohain vs Busenaz Surmeneli) ने सेमीफाइनल में 5-0 से हराया.
असम की 23 वर्षीय लवलीना बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी हैं. लवलीना के हार के साथ ही टोक्यो में भारतीय बॉक्सिंग का सफर खत्म हो गया है. लवलीना सेमीफाइनल में भले ही फॉर्म में नजर नहीं आई लेकिन उन्होंने ओलंपिक में सेमीफाइनल में पहुंचकर धमाल मचा दिया है. लवलीना ने सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की नीन-चिन चेन (Nien-Chin Chen) को 4-1 से हराकर अपनी जगह बना ली थी.
9 साल बाद भारत को बॉक्सिंग में मिला मेडल
ओलंपिक में भारत को बॉक्सिंग में 9 साल के बाद मेडल मिला है. आखिरी बार ओलंपिक में भारत की ओर से साल 2012 में मैरी कॉम ने लंदन ओलंपिक में भारत को मेडल दिलाया था. अब लवलीना ने बॉक्सिंग में मेडल जीतकर इस विरासत को आगे बढ़ाया है.
लवलीना हैं मोहम्मद अली की फैन
लवलीना महान बॉक्सर मोहम्मद अली की फैन रही हैं. इसके अलावा वो माइक टायसन की भी फैन रहीं हैं. बता दें कि इससे पहले छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मेरी कॉम (51 किग्रा) को कोलंबिया की तीसरी वरीयता प्राप्त इंग्रिट वालेंसिया से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था. जिसके कारण उनका सफर ओलंपिक में समाप्त हो गया. लेकिन लवलीना ने बॉक्सिंग में बाजी मारकर मैरी कॉम को शानदार ट्रिब्यूट दिया है.
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