जीपीएम पुलिस को जिले में हुए एक बड़ी चोरी का खुलासा करने में सफलता मिली है। घटना थाना मरवाही के सिवनी ग्राम की है। गल्ला व्यापारी अशोक गुप्ता निवासी सिवनी का थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि यह अपने रिश्तेदारी में सपरिवार शादी में गया था।
दिनाँक 6/7/21 को जब सुबह वापस आया तो घर के दरवाजे के कुंदा टूटा हुआ था। अंदर जाकर देखा जो आलमारी का दरवाजा भी टूटा था आलमारी में रखे 4 लाख रुपये औऱ सोने, चांदी के जेवर आदि कीमती 4 लाख कुल कीमती 8 लाख को चोरी कर ले गए है। रिपोर्ट पर से थाना मरवाही में अपराध क्रमांक 100/21 धारा 457,380 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।
थाना प्रभारी मरवाही के द्वारा घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया। पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरेला प्रतिभा तिवारी, अतिरिक्त्त पुलिस अधीक्षक गौरव मंडल के निर्देशन में थाना प्रभारी मरवाही नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर मामले की विवेचना हेतु निर्देशित कर लगातार मार्गदर्शन किया गया।थाना मरवाही की टीम के द्वारा मामले में लोकल मुखबिरों को सक्रिय कर तैनात रखा गया था।
मामले में शिवम गुप्ता के ऊपर संदेह होने से शिवम गुप्ता को हिरासत में लेकर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर अपने साथी राजकुमार दुबे एवं नीरज द्विवेदी के साथ चोरी करना कबूल किया। मामले की जांच विवेचना पर पाया गया कि प्रकरण का मुख्य आरोपी शिवम गुप्ता उर्फ रस्सू जो की टी.बी की बिमारी से ग्रसित है, जिसके बारे में उसने घर पर नही बताया था और घर में बिना बताए ईलाज के लिए पैसो की व्यवस्था कर रहा था । इसी प्रकार प्रकरण के अन्य आरोपी राजकुमार दुबे उर्फ छोटू जिसकी की जमीन उसके पैतृक गांव दारसागर में है, जहां पर उसकी खेती की जमीन गिरवी है, जिसे वह पैसा देकर छुडाना चाहता है, इसी प्रकार प्रकरण के एक और आरोपी नीरज द्विवेदी अपने गाडी का लोन जल्द पूरा कराने के उद्देश्य से तीनो आरोपी चोरी की योजना बनाते है ।
मुख्य आरोपी शिवम को यह पता था कि उसके रिश्तेदार अशोक गुप्ता जो गल्ला व्यापारी है का परिवार शादी में बाहर गये है और गल्ला व्यापारी है तो जरूर उनके घर पैसा होगा ऐसा सोचकर घटना दिनांक को शाम के 07.00 बजे आरोपी शिवम गुप्ता जब विजय दुबे की किराना दुकान में गया, वहा पर अशोक गुप्ता के यहां रात को सोने जाने वाला चौकीदार मंगल सिह से मिला वही मंगल सिह ने शिवम गुप्ता को कहा कि सेठ ( अशोक गुप्ता ) से बात कर के पूछो वह कब आएगा । इस पर जब शिवम गुप्ता ने फोन पर अशोक गुप्ता के लडके राहुल गुप्ता से फोन से बात करने पर यह पता चला कि अशोक गुप्ता और उसका परिवार आज रात न आकर कल सुबह पहुचने वाले है,
इस बात का पता चलने पर तत्काल चोरी करने की योजना बनाई और अपने साथी राजकुमार दुबे और नीरज द्विवेदी को मोबाईल के माध्यम से योजना की जानकारी दिया और यह तय हुआ कि आरोपी शिवम और राजकुमार अंदर जाएगे और नीरज द्विवेदी बाहर निगरानी करेगा ।
तय समय पर शिवम और राजकुमार दुबे घर के अंदर घुसे और घर के दरवाजे को धक्का देकर तोडा फिर अंदर घुस कर अलमारी के दरवाजे को पेचकस से तोडा और अंदर रखा नकदी और सोना चांदी के गहने लेकर बाहर आ गए,
फिर सोसायटी के सामने आकर शिवम ने राजकुमार को 100000 / (एक लाख रुपए) दिया और बाकी पैसा व सामान वह खुद रखा व घटना के अगले दिन चोरी की राशि में से 100000 / (एक लाख) रुपए अन्य आरोपी नीरज द्विवेदी को दिया ।
पुलिस को मामले की पतासाजी के दौरान मुखबिर से यह सूचना मिली की प्रकरण का एक आरोपी शिवम गुप्ता कुछ गहने को बेचने का प्रयास कर रहा है, इस पर से पुलिस ने पतासाजी कर आरोपी शिवम गुप्ता को उसके घर से लाकर अभिरक्षा में लेकर पूछताछ किया तो आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार किया और चोरी के माल को अपने घर पर छुपा कर रखना बताया। आरोपी शिवम गुप्ता के घर जाकर उसकी निशानदेही पर चोरी किए गए सोने चांदी के जेवर कीमत 4 लाख रुपये और नकद 50000 रुपये को बरामद कर विधिवत जप्ती किया गया।
अन्य आरोपी राजकुमार दुबे और नीरज द्विवेदी के द्वारा चोरी के नकद राशि को ग्राम सिवनी मे नीलगिरी प्लांटेशन के पास महुआ पेड के नीचे छिपाकर रखना बताया जो कि 30000 / – की मेमोरेडंम जप्ती किया । इस प्रकार मामले में 4,00,000 रुपये के सोने चांदी के जेवर एवं 80,000 रुपये नगद बरामद किया गया है शेष 320000 / – सभी आरोपियो के द्वारा खर्च करना बताया गया है ।
प्रकरण के आरोपी
(1). शिवम गुप्ता उर्फ रस्सू पिता जमुना प्रसाद गुप्ता उम्र 26 वर्ष,
(2). राजकुमार उर्फ छोटू दुबे पिता रामदुलारे दुबे, उम्र 19 वर्ष, (3). नीरज द्विवेदी पिता रामशोभित द्विवेदी उम्र 25 वर्ष,
सभी आरोपी निवासी – पुरानी बस्ती सिवनी थाना मरवाही को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
मामलें में माल, मुलजिम की पतासाजी एवं माल बरामदगी में थाना प्रभारी मरवाही निरीक्षक नरेंद्र सिंह, आरक्षक इंद्रपाल, दीपक मरावी, दिनेश जायसवाल, विश्वास आले, नारद जगत, कृष्णा मरावी एवं साइबर सेल प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक मनोज हनोतिया जीपीएम का विशेष योगदान रहा।
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