रांची। झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार गिराने की साजिश और विधायक खरीद-फरोख्त मामले में तीन लोगों की हुई गिरफ्तारी के बाद अब यह मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। झारखंड उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है। जिसमें याचिकाकर्ता की ओर से इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग भी की गई है। इसके साथ ही इसमें आयकर, ईडी, रांची एसपी, कोतवाली थाना और विधायक जयमंगल सिंह को प्रतिवादी बनाने की मांग की गई है।
MLA horse-trading case: रांची हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता पंकज यादव की ओर से ये याचिका दायर की गई। उन्होंने अपनी याचिका में राइट-टू-वोटर के अधिकारों का हवाला देते हुए कहा कि झारखंड की जनता के वोट को पैसों के लिए बेच दिया जाता है। यह वोटरों के संवैधानिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा कि साल 2005 से झारखंड लगातार हॉर्स ट्रेडिंग का केंद्र बना हुआ है।
याचिकाकर्ता पंकज यादव ने कहा कि विधायकों की इस करतूत से झारखंड की जनता खुद को हमेशा ठगी हुई महसूस करती है। याचिका में खुद को बेचने वाले विधायकों और खरीदने वाली पार्टी पर भी सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
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