रायपुर । कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगाए गए लाकडाउन के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूलों को खोलने का निर्णय बीते दिनों लिया है। करीब 16 माह बाद प्रदेश में एक बार फिर स्कूलों को खोलने की तैयारी हो गई है। कक्षा 10वीं और 12वीं के अलावा प्राइमरी और मिडिल स्कूल भी खोलने का निर्णय स्कूल शिक्षा विभाग ने लिया है। प्राइमरी और मिडिल स्कूल सिर्फ उन्हीं इलाकों में खोले जाएंगे, जहां कोरोना का पाजिटिविटी दर एक फीसद से कम होगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने 2 अगस्त 2021 से स्कूल खोलने के आदेश दिए हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी निजी और सरकारी स्कूल में पहली से पांचवीं और आठवीं कक्षाओं के बच्चों को स्कूल बुलाने के निर्देश दिए हैं। स्कूल खोलने से पहले प्रबंधन को ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित ग्राम पंचायत और स्कूल के पालक समिति की अनुशंसा प्राप्त करनी होगी। इसी तरह शहरी क्षेत्र में संबंधित वार्ड के पार्षद और स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा के बाद ही स्कूल खुलेंगे।
50 फीसद बच्चों के साथ लगेंगी कक्षाएं
एक ही कक्षा के बच्चों को एक दिवस के अंतर पर बुलाया जाएगा। सर्दी-खांसी होने पर अनुमति नहीं: बच्चों को सर्दी, खांसी, बुखार होने पर कक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। स्कूल के अलावा आनलाइन कक्षाएं भी यथावत संचालित होती रहेंगी।
अभिभावकों की अनुमति लेना जरूरी
विद्यार्थियों के लिए उपस्थिति अनिवार्य नहीं की गई है। मंत्री परिषद के निर्णय के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने दिशा निर्देश जारी किए हैं। बच्चों की उपस्थिति अभिभावकों की स्वेच्छा के आधार पर तय की जाएगी।
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