पाली सरपंच एवं सचिव की ग्रामीणों एवं पंचों ने की उच्च अधिकारियों से शिकायत

कोरबा 22 जूलाई ( वेदांत समाचार )मामला 13वे वित , 14वे वित्त एवं मूलभूत राशि की अफरातफरी का ग्राम पंचायत पाली , जनपद पंचायत कटघोरा , जिला कोरबा में सरपंच एवं सचिव ने पंचवर्षीय 2014-15 से 2019 20 के बीच 13 वे वित , 14वे वित एवं मूलभूत राशि की अफरा-तफरी की है । पंचायत को विकास कार्यों के लिए शासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के
तहत लाखो रुपये आवंटित की जाती है , लेकिन सरपंच सचिव की लापरवाही के कारण इनका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पाता है । जिससे ग्रामीण अपनी छोटी-छोटी आवश्यकताओ के
लिए प्रशासन का चक्कर काटते रहते हैं । ग्राम पंचायत पाली जनपद पंचायत कटघोरा की सरपंच कमलाबाई एवं सचिव भरत यादव की शिकायत ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से की है ।कमला बाई पूर्व पंचवर्षीय में भी सरपंच एवम भरत यादव सचिव के रूप में पदस्थ था । पंचवर्षीय 2014 – 15 से 2019 – 20 के बीच पांच वर्षों में पंचायत में जितने भी बैठक एवं ग्राम सभा आयोजित की गई है । उस बैठक में सरपंच , सचिव ने पंचो एवम ग्रामीणों को कितनी राशि 13वे वित्त , 14वे वित्त एवम मूलभूत से प्राप्त हुई है , इसकी जानकारी प्रदान नहीं की है । पंचायत में किसी भी कार्य को करने के लिए एवं पैसे निकालने के लिए ग्राम सभा का प्रस्ताव जरूरी है । इसके लिए पंचायत में प्रस्ताव पारित नहीं किए गए हैं ।

पंचायत में जितने भी कार्य कराए जाते हैं कार्य का नाम वर्ष एवं मद की जानकारी सूचना बोर्ड में सार्वजनिक की जाती है ताकि पंचायत के लोगों को जानकारी प्राप्त हो सके लेकिन पंचायत में किसी भी कार्य के लिए सूचना बोर्ड में जानकारी प्रदान नहीं की गई है । नए-नए पंच होने के कारण प्रक्रिया की जानकारी नहीं होने का भरपूर फायदा सरपंच और सचिव ने उठाते हुए राशि की अफरा-तफरी की है । पंचवर्षीय में उक्त मद से कुछ काम कराए गए हैं जिसकी गुणवत्ता अत्यंत खराब है । ऑन लाइन अवलोकन करने से पंचायत में 13वे वित , 14वे वित्त एवं मूलभूत से लाखो रुपयों की अनेकों कार्य की जानकारी मिल रही है , लेकिन पंचायत में अधिकांश काम भौतिक रूप से नहीं हुआ है । फर्जी प्रस्ताव एवम बगैर कार्य किये लाखो रुपयों की अफरा तफरी की गई है। ग्रामीणों एवं पंचों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों एवं पंचायत पदाधिकारियों से करते हुए 13वे वित , 14वे वित एवम मूलभूत राशि से कराए गए कार्यों का भौतिक सत्यापन ग्रामीणों एवम पंचों के समक्ष कराने की मांग की है जिससे कि फर्जीवाड़ा का खुलासा हो एवं सरपंच सचिव खिलाफ कार्यवाही किया जा सके ।