आलोक पाण्डेय
कोरबा 21 जुलाई (वेदांत समाचार)। कोरबा जिले के पोड़ी-उपरोड़ा इलाके में टीके की जगह मवेशियों को हाई एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगा दिया गया। जिससे 50 मवेशियों की मौत हो गई। मामले में कलेक्टर रानू साहू ने जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही पशुपालन विभाग की पांच जांच स्तरीय टीम गांव पहुंचकर पूरे मामले की जांच में जुट गया है। साथ ही गौ सेवा आयोगके सदस्य प्रशांत मिश्रा की टीम भी मौके पर उपस्थित है।
दरअसल, कोरबी गांव में मवेशियों को टीका लगाया गया। लेकिन इसके बाद 50 मवेशियों की हालत बिगड़ी और उकी मौत हो गई। वहीं कई मवेशी बीमार हो गए हैं। मामले की जांच शुरू हुई प्रारंभिक तौर पर ये जानकारी सामने आई है कि टीके के नाम पर जो इंजेक्शन लगाया गया, वो हाई एंटीबायोटिक इंजेक्शन है। इसे खुरहा और मुंह चपका जैसी जानलेवा बीमारी में घाव ठीक करने के लिए लगाया जाता है। पशुओं के वजन के हिसाब से इंजेक्शन की मात्रा तय की जाती है।
वही एक गाँव वाले ने बताया कि तालाब में मछली मारने की दवा किसी अनजान व्यक्ति के द्वारा मिलाई गई है। जिसके कारण तालाब के सारे मछली भी मर गए है और तालाब का पानी भी खराब हो गया है। संभवतः गायों ने भी इसी तालाब का पानी पीया है, जिसकी वजह से गायों कि मौत हुई है ऐसा गाँव के एक व्यक्ति का कहना है। बहरहाल जांच के बाद ही गायों के मौत का रहस्य पता चल पायेगा।
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