नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने 11 क्षेत्रीय भाषाओं में बीटेक पाठ्यक्रम को मंजूरी दी है। इन भाषाओं में हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, गुजराती, मलयालम, बांग्ला, असमी, पंजाबी और उड़िया शामिल हैं।
प्रधान ने कहा- पीएम मोदी शिक्षा में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध
प्रधान ने ट्वीट किया, एआइसीटीई ने 11 क्षेत्रीय भाषाओं में बीटेक पाठ्यक्रम को मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यधारा की शिक्षा में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को सशक्त बनाने के लिए इस महत्वपूर्ण आयाम पर जोर देती है।
नायडू ने इंजीनियरिंग कालेजों में क्षेत्रीय भाषाओं में पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने का किया स्वागत
इससे पहले, शनिवार को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने आठ राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कालेजों के नए शैक्षणिक वर्ष से चुनिंदा शाखाओं में क्षेत्रीय भाषाओं में पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने के निर्णय का स्वागत किया।
प्रधान ने स्वागत करने के लिए उपराष्ट्रपति का किया आभार
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, इंजीनियरिंग कालेजों में क्षेत्रीय भाषाओं में पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने के निर्णय का स्वागत करने के लिए माननीय उपराष्ट्रपति का आभार।
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