नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव किए जाने के बाद बुधवार को मनसुख मंडाविया को नया स्वास्थ्य मंत्री और नौकरशाह से नेता बने अश्विनी वैष्णव को नया रेल मंत्री बनाया गया, जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया को नागरिक उड्डयन मंत्रालय मिला। राष्ट्रपति भवन की एक विज्ञप्ति में बताया गया कि गृह मंत्री अमित शाह को नवगठित सहकारिता मंत्रालय का प्रभार भी मिला है। नए मंत्रालय में बी एल वर्मा उनके उप मंत्री होंगे। अनुराग सिंह ठाकुर, जो पहले वित्त राज्य मंत्री थे, उन्हें कैबिनेट में पदोन्नत किया गया और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ-साथ युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भी आवंटित किया गया है।
फेरबदल के बाद राजनाथ सिंह के पास रक्षा मंत्रालय और निर्मला सीतारमण के पास वित्त मंत्रालय बरकरार है। नितिन गडकरी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री बने रहेंगे और सुब्रह्मण्यम जयशंकर विदेश मंत्री बने रहेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार शाम यहां राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में 15 कैबिनेट मंत्रियों और 28 राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। यह मई 2019 में दूसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यभार संभालने के बाद मंत्रिपरिषद में पहला फेरबदल है। इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, आईटी एवं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित 12 मंत्रियों को मंत्रिपरिषद से हटा दिया था। मंडाविया को रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भी दिया गया है, जबकि वैष्णव संचार, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भी होंगे। पीयूष गोयल अब वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अलावा कपड़ा मंत्रालय का भी प्रभार संभालेंगे। शिक्षा मंत्रालय का नेतृत्व धर्मेंद्र प्रधान करेंगे। वह कौशल विकास और उद्यमिता का प्रभार भी संभालेंगे। जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) के राम चंद्र प्रसाद सिंह इस्पात मंत्री होंगे, जबकि पशुपति कुमार पारस को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री और किरण रिजिजू को विधि एवं न्याय मंत्री बनाया गया है। हरदीप सिंह पुरी पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय का प्रभार संभालेंगे। नारायण राणे को लघु सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यमिता मंत्रालय तथा सर्वानंद सोनोवाल को पोत, जहाजरानी, जलमार्ग एवं आयुष मंत्रालय का दायित्व सौंपा गया है । श्रीपद येसो नाइक, जो आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे, अब बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री के अलावा पर्यटन मंत्रालय में भी राज्य मंत्री होंगे। अब तीन गृह राज्य मंत्री होंगे- नित्यानंद राय, अजय कुमार और निशिथ प्रामाणिक। वीरेंद्र कुमार सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, भूपेंद्र यादव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री और श्रम एवं रोजगार मंत्री होंगे तथा जी किशन रेड्डी संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय का प्रभार संभालेंगे। इससे पहले, उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय पहले जितेंद्र सिंह के पास स्वतंत्र प्रभार के रूप में था। मंत्रालय को अब कैबिनेट रैंक का मंत्री मिल गया है। स्मृति जुबिन ईरानी के पास महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बरकरार है, जबकि नरेंद्र सिंह तोमर के पास कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय बरकरार है। प्रल्हाद जोशी संसदीय कार्य मंत्री, कोयला मंत्री और खान मंत्री होंगे। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) होंगे। वह प्रधानमंत्री कार्यालय में, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय में, परमाणु ऊर्जा विभाग में और अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री बने रहेंगे। अजय भट्ट रक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री और पर्यटन मंत्रालय में राज्य मंत्री होंगे। पहली बार लोकसभा सांसद बने मुंजापारा महेंद्रभाई को महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री नियुक्त किया गया। दो नए राज्य मंत्रियों – प्रतिमा भौमिक और ए. नारायणस्वामी – को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के प्रमुख रामदास अठावले नए मंत्रिपरिषद में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के राज्य मंत्री के रूप में काम करना जारी रखेंगे।
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