राकेश खरे
बिलासपुर 6 जुलाई (वेदांत समाचार) जिस देश में गाय को माता मानते हों और पूरे गौवंश की पूजा की जाती हो वहां जीते जी तो गाय की दुर्गति हो ही रही है लेकिन मरने के बाद भी उसे कहीं कोई सद्गति नहीं मिल रही है। मामला कोटा के पास पीपरतराई गांव की हाई स्कूल परिसर का है। यहां बुरी तरह जख्मी एक गाय की मृत देह पड़ी हुई है। उसके शरीर पर पड़े चोट के निशान से ऐसा लग रहा है कि या तो इस गाय को किसी ने मारा होगा या फिर किसी जानलेवा भारी वाहन की चपेट में आने के कारण, मौत होने पर उसे यहां स्कूल परिसर में फेंक दिया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी मवेशियों और विशेषकर गायों के प्रति विशेष संवेदनशीलता के साथ गौठान की योजना शुरू की हुई है। इसके बावजूद गौमाता कही जाने वाली गायों और गोवंश की ऐसी दुर्गति अच्छा संकेत नहीं है।
इस मामले की जानकारी पिपरई गांव की सरपंच को दी जा चुकी है लेकिन फोन करने पर, उनका टका सा जवाब मिला की..मै अभी कोटा आई हुई हूं।
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