लेमरू हाथी रिजर्व को 1995 की जगह 450 वर्ग किमी में सीमित करने की तैयारी, मंत्रिपरिषद में आएगा प्रस्ताव

लेमरू 05 जुलाई (वेदांत समाचार) । छत्तीसगढ़ में प्रस्तावित लेमरू हाथी रिजर्व पर राज्य सरकार यू टर्न की भूमिका बना रही है। सरगुजा क्षेत्र के विधायकों से एक प्रस्ताव लेकर हाथी रिजर्व का क्षेत्रफल 1995 वर्ग किलोमीटर की जगह केवल 450 वर्ग किमी तक सीमित करने की तैयारी है। यानी करीब 80 फीसदी एरिया कम होगा। वन विभाग ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक से बाकायदा प्रस्ताव मंगा लिया है। अब इसे अगली कैबिनेट में रखने की तैयारी है।

अगस्त 2019 में राज्य मंत्रिपरिषद ने 1995.48 वर्ग किमी क्षेत्र में लेमरू हाथी रिजर्व बनाने का प्रस्ताव किया था। फैसला हो गया, लेकिन तकनीकी वजहों से अधिसूचना जारी नहीं हुई। इस बीच हसदेव नदी के जल ग्रहण क्षेत्र और जैव विविधता बचाने के नाम पर इसके विस्तार का प्रस्ताव बना। तय हुआ कि इसे 3 हजार 827 वर्ग किमी कर दिया जाए। इस हाथी रिजर्व में जशपुर, बलरामपुर, सूरजपुर और कोरबा जिले का बड़ा हिस्सा आ रहा था।

अब वन विभाग कह रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, लैलुंगा विधायक चक्रधर सिंह सिदार, भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो, मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल, लुण्ड्रा विधायक डॉ. प्रीतम राम, कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर, कुनकुरी विधायक यूडी मिंज और कोरबा विधायक मोहित राम ने लेमरू हाथी रिजर्व को 450 वर्ग किमी तक सीमित करने का अनुरोध किया है। स्थानीय ग्राम पंचायतों ने भी हाथी रिजर्व का क्षेत्र सीमित रखने का अनुरोध किया है।

उनको आशंका है कि इससे उनकी आजीविका बाधित होगी और गतिविधियां सीमित हो जाएंगी। ऐसे में विभाग ने फैसला किया है, लेमरू हाथी रिजर्व का क्षेत्रफल 450 वर्ग किमी करने और उसकी सीमाओं के निर्धारण का प्रस्ताव मंत्रिपरिषद के सामने रखा जाए। इस प्रस्ताव पर मंत्रिपरिषद का रुख क्या होता है कि यह तो कुछ दिनों बाद ही पता चलेगा, लेकिन वन विभाग के इस प्रस्ताव से सरकार के एक बड़े प्रस्ताव पर यू टर्न की मंशा के संकेत सामने आ गए हैं।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]